मानसून में Animal Based Food को कहें ना, वरना बिगड़ सकती है सेहत
Unhealthy Food: बारिश के मौसम में अधिकतर लोगों के मन में स्पाइसी चीजें खाने का ख्याल आता है. लेकिन कई बार स्वाद के चक्कर में हम अपनी सेहत के साथ समझौता कर बैठते हैं. इसलिए इस मौसम में हमें कुछ फूड प्रोडक्ट से दूरी बना लेनी चाहिए.
मानसून का मौसम आते ही ज्यादातर लोगों को कुछ चटपटा खाने का दिल जरूर करता है. जहां एक तरफ वेजिटेरियन लोग चाय के साथ पकौड़े खाते हैं वहीं नॉन वेज फूड के शौकिन लोग बारिश के मौसम में नॉन वेज से बनी डिशेज खाना पसंद करते हैं. हालांकि ऐसा कहा जाता है कि इस मौसम में हमें कुछ फूड आइटम्स से परहेज करना चाहिए जिसमें से एक नॉन वेज फूड भी है. लेकिन नॉन वेज खाने का शौक रखने वाले लोगों के लिए इससे दूरी बनाना मुश्किल होता है.
मानसून में कुछ फूड आइटम्स से आपको दूर ही रहना चाहिए. क्योंकि इस मौसम मे अलग अलग तरह के संक्रमण और उनसे होनेवाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हमें नॉन वेज फूड को इस मौसम में अपनी डाइट से बाहर कर देने की सलाह दी जाती है. लेकिन कई बार स्वाद के चक्कर में हम अपनी सेहत के साथ समझौता कर बैठते हैं. इसलिए इस मौसम में हमें कुछ फूड आइटम्स से दूरी बना लेनी चाहिए जिसमें मीट और एनिमल बेस्ड प्रोडक्ट शामिल है. आइए जानते हैं मानसून में आपको इन खाने की आइटम से दूरी क्यों बनानी चाहिए.
अंडे से करें परहेज
अंडे में साल्मोनेला बैक्टीरिया पाए जाते हैं, इस मौसम में बैक्टीरिया से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जिस वजह से आपको अंडा खाने से परहेज करना चाहिए. वहीं अगर इस मौसम में आप अंडों को अच्छे से स्टोर नहीं करते हैं तो ये जल्दी खराब हो सकते हैं. इस बैक्टीरिया के इंफेक्शन को कम करने के लिए अधपके या कच्चे अंडे बिल्कुल न खाएं. इसके साथ साथ इस मौसम में आप कच्चे अंडे से बनने वाली मेयोनीज से भी दूरी जरूर बना लें.
रेड मीट हो सकता खतरा
मानसून के दौरान रेड मीट यानि कि लैम्ब, बीफ, पोर्क जैसी चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. इस मौसम में ह्यूमिडिटी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है जिससे कि बैक्टीरिया और इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए मानसून में रेड मीट खाने से आपको बचना चाहिए.
सी-फूड से संक्रमण
मानसून के दौरान सी-फूड खासतौर से झींगा, ओएस्टर, हैम का सेवन कम से कम करना चाहिए, ऐसा इसलिए क्योंकि शेलफिश फिल्टर फीडर हैं और प्रदूषित पानी से बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स को जमा करते हैं, जो बरसात के मौसम में ज्यादा आम होते हैं. ऐसे में दूषित सी-फूड खाने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों सहित विभिन्न संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ साथ आपको प्रोसेस्ड मीट खाने से भी दूरी बना लेनी चाहिए.