अयोध्या में इस बार नहीं लगेगा राम नवमी का मेला, सादगी के साथ मनाया जाएगा राम जन्मोत्सव

अयोध्या। उप्र की धर्मनगरी अयोध्या में कोरोना के कहर और लॉकडाउन लगने की आशंका के चलते इस बार रामनवमी का मेला नही लगेगा।

सभी साधु-संतों ने लोगों से की अपील की है कि इस रामनवमी पर अयोध्या न आए और अपने घरों में रहकर करें भगवान की पूजा करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अयोध्या के संतों से बातचीत की। जिसके बाद संत समाज ने राम भक्तों से अपील की है कि वे रामनवमी के मौके पर अयोध्या न आएं और अपने घरों में पूजा अर्चना करें।

मणिराम छावनी के महंत कमल नयन दास ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति प्रदेश में बहुत तेजी से डरावनी होती जा रही है।

ऐसे में अयोध्या के साधु-संतों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से आग्रह करते हुए सभी लोगों से अपील की है कि इस बार रामनवमी पर अयोध्या ना आए,

अपने घरों में रहकर करें भगवान का जन्म दिवस मनाएं। राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करें।

डीएम ने दिया आदेश- जिले की सीमाए होंगी सील

अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अयोध्या के धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नही होने देंगे।

5 से ज्यादा श्रद्धालु धार्मिक स्थलों पर नहीं रह सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्णय लिया है।

वहीं राम नवमी के दौरान अयोध्या में बाहर से आए लोगों के प्रवेश पर रोक लगेगी। अगर जरूरत पड़ी तो जिले की सीमाएं भी सील हो सकती हैं।

जिले में प्रवेश के लिए कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव होना अनिवार्य

उन्होंने बताया है कि अयोध्या में जो लोग बाहर से आएंगे उनका कोविड टेस्ट होगा। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही जिले में प्रवेश मिलेगा।

जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि राम नवमी पर मेला नहीं लगेगा क्योंकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भीड़ नहीं इकट्ठी करनी है। ऐसे में साधु संत मंदिरों में रामलला का जन्मदिवस मनाएं।

बता दें कि अयोध्या में नाइट कर्फ्यू पर विचार चल रहा है। वहीं पिछले साल  कोरोना संक्रमण के खतरे को मद्देनजर रखते हुए राम नवमी मेला नहीं लगा था। वहीं जिला प्रशासन ने अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई थीं।

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