Electoral Bonds: मजदूर से लॉटरी किंग का सफर, जाने कौन हैं ‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ का सबसे बड़ा खरीदार

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग को SBI ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जो जानकारी दी है, उसमें फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स नाम की कंपनी ने सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। मतलब इस कंपनी ने पॉलिटिकल पार्टियों को सबसे ज्यादा चुनावी चंदा दिया है।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

Martin Santiago: कोयंबटूर में बेस्ड फ्यूचर गेमिंग (Future Gaming) ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स (Electoral Bonds) के जरिए सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया है. कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट के नाम से रजिस्टर्ड है. इसकी शुरुआत साल 1991 में की गई थी. कंपनी की शुरुआत भारत के लॉटरी किंग के तौर पर मशहूर Santiago Martin ने की थी.

आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा चुनावी चंदा देने वाले लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन्हें कई मामलों में गिरफ्तार भी किया जा चुका है। चुनाव आयोग के इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा को सार्वजनिक करते ही एक बार फिर उनका नाम चर्चा में आ गया है। चुनाव आयोग के डेटा के अनुसार, SBI ने इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) को लेकर जो जानकारी दी है, उसमें फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स नाम की कंपनी ने सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। मतलब इस कंपनी ने पॉलिटिकल पार्टियों को सबसे ज्यादा चुनावी चंदा दिया है। कंपनी का मुख्य काम लॉटरी सेक्टर में बिजनेस है।

13 साल की उम्र में मार्टिन ने शुरू किया लॉटरी धंधा
फ्यूचर की वेबसाइट के मुताबिक मार्टिन ने 13 साल की उम्र में लॉटरी कारोबार की शुरुआत की थी. उन्होंने पूरे भारत में लॉटरी के खरीदारों और विक्रेताओं का बड़ा मार्केटिंग नेटवर्क बनाया. दक्षिण में कंपनी एक सब्सिडियरी मार्टिन कर्नाटक के तहत काम करती है. जबकि उत्तर-पूर्व में कंपनी ने मार्टिन सिक्किम लॉटरी खोली.

इन राज्यों में है फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स का कारोबार
कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अभी कुल 13 राज्यों में कंपनी अपना बिजनेस चलाती है। इनमें मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम हैं। नागालैंड और सिक्किम में तो कंपनी लॉटरी की इकलौती डिस्ट्रिब्यूटर है।

एक साल में सबसे अधिक टैक्स देने वाले शख्स
सैंटियागो मार्टिन को 2004 में फाउंडेशन फॉर एक्सीलेंस इन बिजनेस प्रैक्टिस, जिनेवा द्वारा बिजनेस में उत्कृष्टता के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था. इतना ही नहीं, वह भारत में सबसे अधिक टैक्स देने वाले टैक्सपेयर भी रह चुके हैं, जिन्होंने अकेले एक साल में 1 अरब रुपये तक का टैक्स दिया था.

मार्टिन का विवादों से रहा नाता
सैंटियागो मार्टिन अभी लॉटरी के अलावा रियल एस्टेट और एजुकेशन जैसे कई सेक्टर्स में काम करते हैं। हालांकि, उनका विवादों से भी गहरा नाता रहा है। मार्टिन को कई अलग-अलग मामलों में पहले गिरफ्तार भी किया जा चुका है। 2008 में सिक्किम में 4,500 करोड़ के फ्रॉड का आरोप लगा था। साल 2011 में तमिलनाडु और कर्नाटक पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। दो साल बाद 2013 में केरल पुलिस ने उनके लॉटरी बिजनेस पर रेड की। 2015 में इनकम टैक्स विभाग ने मार्टिन से जुड़े ठिकानों पर दबिश दी। पिछले साल ED ने उनकी 457 करोड़ की संपत्तियां मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अटैच कर दी थी।

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