
Elon Musk की स्टारलिंक का भारत में एंट्री… कंपनी को मिला एलओआई
Satellite Internet: दिग्गज अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में इंटरनेट सेवा शुरू करने के और करीब आ गई है। कंपनी को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (डीओटी) से लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) मिल गया है।
स्टारलिंक द्वारा सैटकॉम ऑपरेटरों के लिए नए राष्ट्रीय सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने पर सहमति जताने के बाद प्रारंभिक मंजूरी दी गई।
रिपोर्ट में कहा गया कि स्टारलिंक को अब भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) से एप्रूवल की आवश्यकता है और सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट सर्विस स्पेक्ट्रम आवंटित किए जाने से पहले ही कंपनी ने इसके लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कर दिए हैं।
पिछले महीने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने देश में कंपनी की निवेश योजनाओं पर चर्चा करने के लिए स्टारलिंक के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
बैठक के बाद गोयल ने एक्स पर पोस्ट किया, “स्टारलिंक के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें उपाध्यक्ष चाड गिब्स और वरिष्ठ निदेशक रयान गुडनाइट शामिल थे। बैठक में स्टारलिंक के अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म, उनकी मौजूदा साझेदारियों और भारत में भविष्य की निवेश योजनाओं पर चर्चा हुई।”
Met a delegation from @Starlink, comprising of Vice President Chad Gibbs & Senior Director, Ryan Goodnight.
Discussions covered Starlink’s cutting-edge technology platform, their existing partnerships & future investment plans in India. pic.twitter.com/mX66Y6Ltsn
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 16, 2025
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केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि भारत को खासकर ग्रामीण इलाकों में सैटेलाइट इंटरनेट की जरूरत है।
स्टारलिंक, एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की सहायक कंपनी है। स्टारलिंक पूरी दुनिया में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ मस्क इस साल के अंत में भारत आ सकते हैं। बीते महीने एलन मस्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच फोन पर बातचीत हुई थी।
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पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “एलन मस्क से बात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हमारी बैठक के दौरान उठे विषय भी शामिल थे। हमने टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर बातचीत की। भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
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