
पाकिस्तान को नीचा दिखाते हैं, खुद को ऊंचा दिखाने के लिए…’द डिप्लोमैट’ पर बोले जॉन अब्राहम
The Diplomat Review: जॉन अब्राहम ने एक बार फिर से होली 2025 में वह एक नई फिल्म द डिप्लोमैट के साथ आ रहे हैं जिसमें वह एक रियल किरदार निभा रहे हैं।
The Diplomat Review: अभिनेता जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी अगली फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ को लेकर सुर्खियों में हैं. इस फिल्म में उन्होंने राजनयिक जितेंद्र पाल सिंह (जेपी सिंह) का किरदार निभाया है, जिन्होंने पाकिस्तान में फंसी एक भारतीय लड़की को देश वापस लौटने में मदद की थी. फिल्म पाकिस्तान में घटी घटना पर आधारित है, लेकिन जॉन अब्राहम का कहना है कि इस फिल्म में पाकिस्तान को नीचा दिखाने वाली बात नहीं है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ जियो-पोलिटिकल फिल्म नहीं है, बल्कि इसमें एक मानवीय कहानी दिखाई गई है.
क्या है ‘द डिप्लोमैट’ की कहानी?
फिल्म के आरंभ में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बुनेर से उज्मा (सादिया खतीब) को ताहिर (जगजीत संधू) और उसका एक साथी भारतीय उच्चायोग लेकर आते हैं। वहां अपना पासपोर्ट दिखाकर वह मदद की गुहार लगाती है। जे पी सिंह (जॉन अब्राहम) मामले की सुध लेते हैं। शुरुआती जांच पड़ताल के बाद धीरे-धीरे उसके जीवन की परतें खुलती है। काम की तलाश में मलेशिया गई उज्मा की मुलाकात ताहिर से होती हैं। दोनों एकदूसरे को पसंद करने लगते हैं।
‘द डिप्लोमैट’ में जॉन अब्राहम लीड रोल में हैं. उनके अला फिल्म में उजमा अहमद का किरदार सादिया खतीब ने निभाया है. फिल्म में कुमुद मिश्रा वकील बने हैं. इसमें रेवती ने दिवंगत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का रोल निभाया है. फिल्म में शारिब हाशमी और अश्वत भट्ट जैसे कलाकार भी हैं. इस फिल्म का निर्देशन शिवम नायर ने किया है और कहानी रितेश शाह ने लिखी है. ‘द डिप्लोमैट’ 14 मार्च को रिलीज हो रही है.