EPF ब्याज दर में नहीं किया गया कोई बदलाव, अंशधारकों को पूर्व वर्ष की तरह मिलेगा ब्याज
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर की घोषणा कर दी है। ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पीटीआई ने यह खबर सूत्रों के हवाले से दी है।
ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी मंडल ने पिछले वित्त वर्ष की तरह ही 8.5 फीसद ब्याज देने की घोषणा की है। इससे पहले इस बात की अटकलें थीं कि ईपीएफओ इस वित्त वर्ष (2020-21) के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर घटा सकता है। बता दें ईपीएफओ के पांच करोड़ से अधिक सक्रिय ग्राहक हैं।
2015-16 में ईपीएफ पर मिला था सबसे ज्यादा ब्याज
वित्त वर्ष ब्याज दर फीसद में
2020-21 8.5
2019-20 8.5
2018-19 8.65
2017-18 8.55
2016-17 8.65
2015-16 8.8
2014-15 8.75
2013-14 8.75
2012-13 8.5
2011-12 8.25
ईपीएफओ केन्द्रीय न्यासी बोर्ड सदस्य राम किशोर त्रिपाठी ने बताया कि श्रीनगर डल झील के निकट सेंटूर होटल में पहली बार सीबीटी की मीटिंग हुई।
यहां पर जम्मू -कश्मीर के सारे पीएफ सदस्य ईपीएफओ से जुड़ गए हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष में पीएफ अंशधारकों को पूर्व के वर्ष की तरह ब्याज मिलता रहेगा।
लॉक डाउन से अबतक पीएफ खातों से 16 लाख सदस्यों ने डेढ़ हजार करोड़़ से ज्यादा की निकासी की है इसलिए बैठक में फैसला किया गया है कि अब 10 साल से पहले भी जो अंशधारक पुराने खाते का सारा धन निकाल कर खाता बंद कर देते रहे हैं
तो अब पेंशन के अंशदान का भुगतान नहीं किया जाएगा। पीएफ खाते में जमा सिर्फ उनके अंश का ही भुगतान होगा। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू माना जाएगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े करीब 40 लाख भविष्य निधि (पीएफ) अंशधारकों के खाते में ब्याज का पैसा जमा नहीं हुआ है।