FBI को विकास यादव की तलाश…पूर्व ROW एजेंट को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार

कनाडा के बाद अब अमेरिका ने भी भारत के खिलाफ ज़हर उगलना शुरू कर दिया है। अपने आप को भारत का दोस्त बताने वाली अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI ने विकास यादव को मोस्ट वांटेड घोषित करते हुए भारत पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। FBI का दावा है कि पूर्व रॉ एजेंट विकास यादव का पन्नू को मरवाने की साजिश रच रहे हैं। FBI ने यहां तक कहा कि विकास यादव भारत में कहीं छिपे हैं। हालांकि विकास यादव कहां है? यह कोई नहीं जानता। मगर अब इस मामले पर एक नया इनपुट सामने आया है।

एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका द्वारा विकास यादव को मुख्य साजिशकर्ता घोषित किए जाने के तीन हफ्ते बाद ही विकास यादव को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उगाही के आरोप में गिरफ्तार किया था। चार महीने तिहाड़ में सलाख़ों के पीछे रहने के बाद इसी साल अप्रैल में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है।

दिल्ली के व्यापारी ने खोली पोल
रोहिणी के रहने वाले एक व्यापारी ने दिसम्बर 2023 में पुलिस को शिकायत दी थी कि उसके जानकर ने एक महीने पहले नवम्बर 2023 में विकास यादव को उससे मिलवाया था और कहा था कि ये एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी है. व्यापारी का काम इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजीज से जुड़ा है इसलिए उसके कई कांटेक्ट पश्चिम एशिया में है. व्यापारी ने पुलिस को बताया कि दोनों ने एक-दूसरे से नंबर शेयर किए थे. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई. व्यापारी की शिकायत के मुताबिक विकास अकसर उसके काम और दोस्तों के बारे में पूछता था. उसके मुताबिक विकास ने उसे ये भी बताया था कि वो अंडर कवर एजेंट का काम करता है. लेकिन काम और दफ्तर की जानकारी कभी साझा नहीं की थी.

लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े तार
व्यापारी ने जो शिकायत पुलिस को दी थी उसके मुताबिक 11 दिसंबर को विकास ने उन्हें फोन किया और कहा किसी मुद्दे पर बात करनी है और लोधी रोड आ जाओ. जब वह लोधी रोड पहुंचा तो वहां पर विकास के साथ एक और शख्स था जिसके बाद वह जबरन अपहरण कर डिफेंस कॉलोनी के फ्लैट में व्यापारी को ले गए और वहां पर उसे विकास ने उससे कहा कि लॉरेंस बिश्नोई ने उसे खत्म करने की सुपारी दी है.

दिसंबर 2023 में हुई गिरफ्तारी
व्यापारी ने अपनी शिकायत में बताया कि विकास के साथी ने मेरे सिर पर मारा, फिर मेरी सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। वो मेरे साथ एक कैफे पर गए और सारा कैश लेकर मुझे सड़क पर छोड़ दिए। दोनों ने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने पुलिस से इसकी शिकायत की, तो मुझे जान से मार डालेंगे। इतना कहकर दोनों वहां से चले गए। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने विकास यादव और उसके साथी को 18 दिसंबर को हिरासत में लिया था।

अपहरण कर वसूली का था प्लान
सीनियर अधिकारी के मुताबिक, विकास यादव ने पुलिस को बताया कि उसके पिता सीमा सुरक्षा बल (BSF) में कार्यरत थे। साल 2007 में उनकी मृत्यु हो गई। यादव की शादी साल 2015 में हुई। इस मामले में वह शिकायतकर्ता से एक सामाजिक समारोह में मिला था। उसने उसका अपहरण करने के बाद पैसे कमाने का प्लान बनाया। विकास यादव का एक सहयोगी था, जो उस समय कार डीलर था। उसने पुलिस को बताया कि बिजनेस में उसे काफी नुकसान हुआ था। इसलिए उसने यादव के प्लान के हिस्सा बनने का फैसला किया। ये बातें आरोपपत्र में लिखी हुई हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि विकास यादव और उसके साथी की ओर से अपहरण किए जाने के बाद उसने पुलिस से संपर्क किया। यह पिछले साल 17 दिसंबर का घटनाक्रम है।

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