एक IAS अधिकारी सब पर भारी..हैदराबाद में ‘कर्णन’ का खौफ, 129 रेस्टोरेंट और होटलों पर छापेमारी

RV Karnan News: हैदराबाद की खाद्य स्वर्ग वाली छवि को सुधारने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. उनके इस सख्त कदम उठाने पर तेलंगाना के सभी रेस्तराँ में खौफ आ गया हैं. 2013 में यूपीएससी पास कर आईएएस अधिकारी बने आरवी कर्णन तेलंगाना के फूड सेफ्टी विभाग में कमिश्नर हैं। आईएफएस टॉपर रहे चुके वीआर कर्णन ने मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। अभी तक उन्होंने 129 रेस्टोरेंट और होटलों पर छापेमारी की है और 90 कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।

72 दिनों में अधिकारी ने 129 रेस्तराँ में छापा मारा. छापेमारी के दौरान कई रेस्तराँ इस बात की खबर नहीं थी कि छापा पढ़ने वाला है जिसके बाद जब करनन की टास्क फोर्स आगे बढ़ती है तो वेटर कांपने लगते हैं, हेड शेफ कांपने लगे और मैनेजरों को पसीना आने लगता.

आपको बता दें कि तेलंगाना में 16 अप्रैल से छापा पड़ना शुरू हुआ था तो अब तक बंद नहीं हुआ है. अधिकारी ने सिर्फ़ स्कूल कैंटीन और हॉस्टल मेस में जांच नहीं कर रहे हैं. बल्कि वे जाने-माने खाने-पीने की दुकानों, पब और बढ़िया खाने वाले रेस्तराओं पर भी छापा मार रहे हैं. अचानक छापा पढ़ने पर रॉयल्टी होटल में ट्रेनिंग फ्रंट-डेस्क मैनेजर गोपीचंद ने कहा, “किसी को भी इस तरह के निरीक्षण की उम्मीद नहीं थी, ऐसा कभी नहीं हुआ.

जांच में पास नहीं ये रेस्तराँ
अधिकारी आर.वी. कर्णन ने कई रेस्टोरेंट में छापा मारा जिसमें कई ऐसे थे जो जांच में पास नहीं हो पाएं हैं. उनका नाम शाह गौस, पिस्ता हाउस, रामेश्वरम कैफे, टैको बेल, बास्किन रॉबिन्स, ला पिनोज पिज़्ज़ा, पैराडाइज फूड कोर्ट और बाहुबली किचन कई लोकप्रिय रेस्तरां में से थे जो जांच में पास नहीं हो पाए. कर्णन ने डिलीवरी ऐप्स के गोदामों पर भी छापा मारा और पाया कि वे घटिया हैं. उनका खाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.

खाने की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री सी दामोदर राजा नरसिम्हा ने 11 जून को स्वास्थ्य, होटल और खाद्य उद्योग संघों को चेतावनी देने के लिए कर्णन के साथ बैठक के दौरान कहा , “हैदराबाद दुनिया भर में अपनी बिरयानी के लिए जाना जाता है, हमें भोजन की गुणवत्ता से समझौता नहीं करना चाहिए”.कर्णन की टास्क फोर्स इस मिशन के केंद्र में है, लेकिन वे मीडिया में कम ही चर्चा में रहते हैं.

आरवी कर्णन के नाम से कांपते हैं मिलावटखोर
तीन अधिकारियों की इस टीम को लीड करने वाला कोई और नहीं, बल्कि वही आईएएस ऑफिसर आरवी कर्णन था, जिसने बिना कोचिंग के यूपीएससी जैसी बेहद मुश्किल परीक्षा पास की थी। अपने यूपीएससी रिजल्ट के ठीक 11 साल बाद ये अफसर मिलावटखोरों और खराब खाना परोसने वालों का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है। आईएएस अधिकारी आरवी कर्णन के नाम से तेलंगााना में आज मिलावट करने वाले थर-थर कांप रहे हैं। कर्णन जब भी दौरे पर निकलते हैं, तो रेस्टोरेंट से लेकर होटलों तक हड़कंप मच जाता है। रेस्टोरेंट के मैनेजर पसीना-पसीना हो जाते हैं। वेटर कांपने लगते हैं और शेफ घबराकर पानी पीने लगते हैं।

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