कोरोना को लेकर फैलाई जा रही गलत तस्वीर से भारत का निर्यात ऑर्डर प्रभावित होने की आशंका
नई दिल्ली। भारत में कोरोना महामारी की मौजूदा दूसरी लहर को लेकर फैलाई जा रही गलत तस्वीर से देश का निर्यात ऑर्डर प्रभावित होने की आशंका है।
विदेशी खरीदार भारतीय निर्यातकों से आर्डर से पहले समय पर डिलीवरी का वादा ले रहे हैं। उन्हें डर है कि भारतीय उत्पादक समय पर आपूर्ति नहीं कर पाएंगे। इस हालात का फायदा चीन को मिलता दिख रहा है।
चीन को अमेरिका से मिलने वाले निर्यात ऑर्डर में बढ़ोतरी हुई है। अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एईपीसी) के नार्दर्न रीजन के चेयरमैन ललित ठुकराल ने बताया कि गारमेंट के विदेशी खरीदार उनसे डिलीवरी को लेकर सवाल पूछने लगे हैं।
दूसरे देशों के खरीदारों को यह लग रहा है कि भारत में फैले कोरोना की वजह से यहां के निर्यातक समय पर काम पूरा नहीं कर पाएंगे। फिलहाल निर्यात आर्डर की कोई कमी नहीं हैं, लेकिन जिस प्रकार से विदेशी खरीदारों के मन में शंका पैदा होती जा रही है, उससे आगे आर्डर प्रभावित हो सकता है।
हाल ही में चीन ने कोरोना संक्रमण को लेकर भारत के समुद्री उत्पादों जैसे मछली आदि के निर्यात पर सवाल उठाया है। इसका भी दुष्प्रभाव दिख सकता है। निर्यातकों ने बताया कि विदेश में भारत में कोरोना संक्रमण को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है, जबकि दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य में निर्यात से जुड़े उत्पादन को प्रभावित नहीं होने दिया गया है। सप्लाई चेन भी लगातार बनी हुई है।
हालांकि, अन्य सेक्टर के निर्यातकों को कोरोना की वजह से ऑर्डर प्रभावित होने की आशंका फिलहाल नहीं दिख रही है।
इंजीनियरिंग गुड्स के जालंधर स्थित निर्यातक अश्विनी कुमार ने बताया कि कोरोना की वजह से श्रमिकों की उपलब्धता में 30-40 फीसद तक की कमी जरूर आई है, लेकिन निर्यातक समय पर डिलीवरी देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
कुछ खरीदार समय पर डिलीवरी नहीं देने पर आर्डर रद करने की धमकी जरूर देते हैं, लेकिन वे ऐसा करते नहीं हैं, क्योंकि निर्यात क्षेत्र में खरीदार और निर्यातक का संबंध पुराना होता है।
विदेश व्यापार विशेषज्ञ के मुताबिक, भारत में कोरोना की दूसरी लहर का फायदा चीन को मिल रहा है। चीन को अमेरिका से मिलने वाले निर्यात आर्डर में अप्रैल, 2021 में पिछले साल अप्रैल के मुकाबले 32.5 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले मार्च में इसमें 30.6 फीसद की वृद्धि हुई थी।