रिटायरमेंट के मूड में गौतम अडानी! जानें, किसके हाथ में होगा अरबों का साम्राज्य?
Gautam Adani Retirement Plan: कॉरपोरेट जगत से बहुत बड़ी ब्रेकिंग न्यूज आई है। देश और दुनिया के मशहूर बिजनेसमैन गौतम अडानी ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन का पद छोड़ने की तैयारी कर ली है। अभी वो 62 वर्ष के हैं। रिटायरमेंट की प्रक्रिया में अभी 6 से 8 वर्ष लगेंगे। 2030 के दशक की शुरुआत के पहले गौतम अडानी रिटायरमेंट लेंगे।
213 बिलियन डॉलर के वैश्विक साम्राज्य वाला अडानी ग्रुप अब अगली पीढ़ी को हस्तांतरित होने को तैयार हो रहा है।
कैसे होगा जिम्मेदारियों का बंटवारा?
ब्लूमबर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप में जिम्मेदारियों का बंटवारा कैसे होगा? किसे क्या जिम्मेदारी सौंपी जाएगी? इसके लिए एक सीक्रेट प्रपोजल तैयार किया जाएगा। इसमें अडानी ग्रुप की कंपनियों में हिस्सेदारों और उत्तराधिकारियों का जिक्र होगा। जिम्मेदारियों का बंटवारा और पोस्ट प्रोफाइल होगा।
इस समय करण अडानी मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और वे अडानी पोर्ट की जिम्मेदारी संभालते हैं। जीत अडानी अडानी पोर्ट का सारा कामकाज देखते हैं। अडानी एंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अडानी हैं। अडानी ग्रीन के एग्जीक्यूटिव डारेक्टर सागर अडानी हैं। इन चारों में ही बाकी की कंपनियों और उनमें उनकी जिम्मेदारियों का बंटवारा किया जाएगा। यह चारों शख्स अडानी ग्रुप में बराबर के हिस्सेदार होंगे
EXCLUSIVE: "The transition must be organic, gradual and very systematic," says Gautam Adani.
— Bloomberg (@business) August 5, 2024
Inside the workings of one of the world's most challenging succession plans, even as controversy still looms over the Adani Group. https://t.co/LNt48eb6Tl
कौन होगा अडानी ग्रुप का अगला चेयरमैन?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी इस समय अडानी ग्रुप के चेयरमैन हैं। अगर वे 2030 में अडानी ग्रुप के चेयरमैन का पद छोड़ देंगे तो उनके बाद अडानी ग्रुप का चेयरमैन कौन बनेगा? इसे लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है और न ही कोई नाम सामने आया है। वैसे कंपनी के सूत्रों के मुताबिक, करन अडानी और प्रणव अडानी चेयरमैन पद के लिए सबसे पहले और सबसे मजबूत दावेदार हैं।
दुनिया भर में सबसे बड़ा कारोबार खड़ा करने वाले गौतम अडानी अत्यंत सरल और भावुक व्यक्ति हैं। उन्होंने ब्लूमबर्ग से कहा की हिंडेनबर्ग संकट के दौरान व्यापार और कंपनी में जहां जहां भी कार्यशैली में करेक्शन आवश्यक था, उन्होंने कर लिया है। परिवार की एकजुटता और उसकी प्राथमिकता पर गौतम अडानी का विशेष जोर था।
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