GDP Growth: चुनाव से पहले भारत की GDP में ऊँची छलांग, तीसरी तिमाही में 8.4% की वृद्धि

GDP Growth Rate: भारत सरकार ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए हैं. जो कि चौकाने वाला है तीसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ ने सभी अनुमानों को ध्वस्त कर दिया है। 8.4 प्रतिशत के रेट से तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था ने बढ़ोतरी की है। पिछले वित्त वर्ष समान तिमाही में ये 4.3 फीसदी थी। इस जोरदार ग्रोथ का फायदा बीजेपी को लोकसभा चुनाव में मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बेहद अच्छी खबर आई है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिंसबर) में जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए, जो इस बात के संकेत दे रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ रही है। NSO के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 8.4% है। अनुमान ये था कि ये आंकड़ा 6.5 फीसदी रह सकता है। इससे पिछली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.6 प्रतिशत रही थी। पिछले फाइनैंशल ईयर की समान तिमाही में यह 4.3 प्रतिशत रही थी। एनएसओ ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में देश की वृद्धि दर 2023-24 में 7.6 प्रतिशत रहने की बात कही है।

मोदी सरकार के लिए बूस्टर ये आंकड़ा

चुनाव से पहले मोदी सरकार के लिए ये आंकड़े अहम है। वह दिखा सकेगी कि बाकी देशों से ग्रोथ बेहतर है। इकॉनमी के मोर्चे पर उठने वाले विपक्ष के सवालों का जवाब देन में सरकार को आसानी होगी। आंकड़े बता रहे हैं कि तीसरी तिमाही में भी भारत की ग्रोथ दूसरे देशों से कहीं ज्यादा रही।

अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बेहतर ग्रोथ

भारत की 8.4% ग्रोथ के मुकाबले चीन में 5.2%, अमेरिका में 3.1% ग्रोथ रही। भारत की रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है। IMF जैसी संस्थाओं का अनुमान है कि मौजूदा वित्त वर्ष में अमेरिका, जापान, चीन जैसे देशों से बेहतर ग्रोथ भारत की होगी।

बढ़ती अर्थव्यवस्था पीएम मोदी ने जताई खुशी

पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्होंने एक्स पर लिखे अपने पोस्ट में लिखा कि वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत रही है जो भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत और इसकी क्षमता को दर्शाती है। हमारे प्रयास देश को तेज आर्थिक विकास के लिए जारी रहेंगे, जिससे 140 करोड़ भारतीयों को बेहतर जीवन जीने और एक विकसित भारत बनाने में मदद मिलेगी

तीन क्षेत्रों में भारत की बल्ले-बल्ले

कृषि क्षेत्र में सुस्ती के बीच इकॉनमी के दमदार प्रदर्शन के पीछे तीन बड़े फैक्टर रहे हैं। मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टरों ने अच्छी रफ्तार दिखाई। वहीं नेट इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में बढ़त का भी योगदान रहा। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आउटपुट पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4.8 प्रतिशत घटा था। उस स्तर से इसने FY24 की तीसरी तिमारी में 11.6% की ग्रोथ दर्ज की। माइनिंग में भी 7.5 प्रतिशत की ग्रोथ रही।

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