Google Gemini: सुंदर पिचाई की नौकरी खतरे में? PM नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी मामला..

Google Gemini Controversy: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की नौकरी खतरे में आ गई है. दरअसल, एआई(AI) चैटबॉट जेमिनी की असफलता (रंग भेदी जानकारी मामला) से सुंदर पिचाई पर काफी दबाव आया है, इसलिए उनकी नौकरी जाने या इस्तीफा देने की बातें चल रही हैं.

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) टूल जेमिनी एआई ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक जवाब दिया है. इसके अलावा जेमिनी ने काले और एशियाई लोगों को नाजी जर्मन सैनिक बताया. जेमिनी के पक्षपातपूर्ण कंटेंट की वजह से गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई पर दबाव बढ़ रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक कंटेंट परोसने पर गूगल ने माफी मांगी है. हाल ही में गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल जेमिनी एआई ने एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी की थी. इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और भारत सरकार ने गूगल को नोटिस भेजकर जवाब मांगा. यह पहला मामला नहीं है जब जेमिनी पर पक्षपातपूर्ण कंटेंट तैयार करने का आरोप लगा है. गूगल के लगातार फेल हो रहे एआई टूल की वजह से सीईओ सुंदर पिचाई की नौकरी भी खतरे में है.

गूगल एआई की रेस में पिछड़ रहा है. ओपनएआई के चैटजीपीटी और माइक्रोसॉफ्ट के कोपायलट जैसे एआई टूल्स गूगल के जेमिनी से काफी आगे हैं. टेक्नोलॉजी एनालिसिस फर्म स्ट्रेटेचेरी के ऑथर बेन थॉम्पसन ने कहा कि गूगल के लिए सबसे बड़ी चुनौती AI नहीं बल्कि उसका वर्किंग कल्चर है. इसमें टॉप लेवल से लेकर निचले लेवल तक बदलाव की जरूरत है.

इस्तीफा देंगे सुंदर पिचाई?

एआई(AI) चैटबॉट जेमिनी की विफलता सुंदर पिचाई की नौकरी खा सकती है. हेलिओस कैपिटल के फाउंडर समीर अरोड़ा एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखते हैं, “मेरा अनुमान है कि उन्हें (सुंदर पिचाई) निकाल दिया जाएगा या वो इस्तीफा देंगे, जैसा कि उन्हें करना चाहिए. एआई में लीड लेने के बावजूद वे इसमें पूरी तरह फेल हो गए हैं और उन्होंने दूसरों को इस पर कब्जा करने दिया है.”

बार्ड को लॉन्च किया, फिर भी नहीं सुधरा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में माइक्रोसॉफ्ट की मदद से ओपनएआई ने चैटजीपीटी के जरिए अच्छा काम किया है. गूगल ने एआई चैटबॉट के तौर पर बार्ड को लॉन्च किया था. हाल ही में उसने बार्ड का नाम बदलकर जेमिनी एआई रख दिया. मगर जिस तरह लॉन्च के दौरान बार्ड ने गलत जवाब देकर गूगल की बेइज्जती कराई थी, उसी तरह जेमिनी के हालिया रिस्पॉन्स ने गूगल की मुसीबत बढ़ाई है.

PM पर दिया आपत्तिजनक

जेमिनी की सबसे बड़ी लापरवाही तब देखने को मिली जब एक यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में एक सवाल पूछा. इतना ही नहीं यूजर ने मोदी के के अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और पूर्व अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के बारे में एक जैसा ही सवाल पूछा. जेमिनी ने तीनों के बारे में जो जवाब दिए, वो इसकी पक्षपात ट्रेनिंग बताते हैं.

जेमिनी ने पीएम मोदी के बारे में विवादित जवाब दिया. जबकि जेलेंस्की के मामले पर कहा कि यह कठिन सवाल है. वहीं, ट्रंप के बारे में जवाब देने पर जेमिनी की बोलती बंद हो गई, और उसने कहा कि सटीक जानकारी के लिए गूगल सर्च का इस्तेमाल करें. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल ने पीएम मोदी के मामले में भारत सरकार से माफी मांगी है.

एशियन लोगों को बताया नाजी सैनिक

एक्स पर एक अन्य यूजर ने जेमिनी एआई से नाजी जर्मन सैनिक की तस्वीर बनाने के लिए कहा. गूगल के जेमिनी एआई इमेज जेनरेटर ने जो तस्वीर बनाईं, उन्होंने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. जेमिनी ने काले और एशियन लोगों को नाजी जर्मन सैनिक के तौर पर दिखाया. ये तस्वीरें सामने आने के बाद गूगल ने जेमिनी की एआई इमेज जेनरेटर सर्विस को बंद कर दिया.

यह दिखाता है कि जेमिनी एआई व्हाइट, अमेरिका और अमेरिका के साथी देशों के बारे में अलग और साफ-सुथरा कंटेंट देता है. वहीं, एशिया और अफ्रीका जैसे देशों के लिए पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाता है.

गूगल और सुंदर पिचाई ने मानी गलती

गूगल ने हाल ही में जेमिनी में एआई इमेज जेनरेटर फीचर पेश किया था, जो पूरी तरह से फेल साबित हुआ. गूगल का एआई टूल जेमिनी विवादों में आ गया और इस चक्कर में सुंदर पिचाई भी फंस गए. न्यूज एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने 23 फरवरी को जेमिनी में एआई इमेज-जेनरेटर फीचर से हुई गलतियों के लिए गूगल ने माफी मांगी और जेमिनी में एआई इमेज बनाने वाली सर्विस को तत्काल रोकने का फैसला किया.

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