Health Tips: मसालों में छिपा है सेहत का राज, स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का रामबाण इलाज

Benefits of Spices: घर के किचन में कई तरह के मसाले होते हैं। हर मसालों का रंग और गुण अलग-अलग होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं, ये मसाले शरीर से जुड़ी कई सारी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में कारगर होते हैं। जी हां, इनमें सेहत का खजाना छुपा होता है। ये स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याओं का रामबाण इलाज है। 

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डॉ वरुणा सिंह(सीनियर डायटीशियन) के अनुसार बदलते मौसम के प्रभावों से रोग का प्रसार बढ़ता है ,भोजन और पानी की असुरक्षा और वायु की गुणवत्ता में गिरावट शामिल है। किचन में रखे इन मसालों से आप वायरल से लेकर स्किन से जुड़ी दिक्कतों का समाधान पा सकते हैं.आप कई बीमारियों और बदलते मौसम में होने वाले संक्रमण से भी बचे रहेंगे. आइए जानते हैं उन खास जड़ी-बूटियों के बारे में…

जलवायु परिवर्तन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा असर डाल रहा है। अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करना भी एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गई है बदलता मौसम कई सारी बीमारियों को अपने साथ लेकर आता है जिस से निपटना हमारे लिए आसान नहीं होता । जैसे-जैसे हम लगातार बदलते मौसम के पैटर्न पर नज़र डालते हैं, पारंपरिक भारतीय ज्ञान पर एक नज़र डालने से जड़ी-बूटियों और मसालों का खजाना पता चलता है जो अपनी प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं।


औषधीय गुणों वाली हल्दी:

भारतीय व्यंजनों में लंबे समय से मशहूर हल्दी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मौसमी बदलावों के दौरान होने वाले संक्रमणों से बचाव के रूप में देखा जाता रहा है । यह ऑक्सीडेटिव और सूजन संबंधी स्थितियों, मेटाबोलिक सिंड्रोम, गठिया, चिंता और हाइपरलिपिडिमिया के प्रबंधन में सहायता करता है। यह व्यायाम-प्रेरित सूजन और मांसपेशियों में दर्द के प्रबंधन में भी मदद कर सकता है, जिससे सक्रिय लोगों में रिकवरी और प्रदर्शन में वृद्धि होती है।

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बीमारी के विरुद्ध अदरक की शक्ति:
अदरक, एक ऐसी जड़ी बूटी, अपने प्राकृतिक गुणों के लिए जानी जाती है। चाहे सुखदायक चाय में बनाया जाए या भोजन पकाने में इसका प्रयोग किया जाए । अदरक में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर की सेल्स को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रैडिकल्स से लड़ते हैं. फ्री रैडिकल्स एजिंग और कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं. इसके अलावा अदरक ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिसीस में भी फायदेमंद होती है. यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाती है और बीमारियों से रक्षा करती है.

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लहसुन का शक्तिशाली पंच:
किचन में मौजूद लहसुन एक ऐसी सामग्री है जिसे तमाम तरह की रेसिपीज में स्वाद को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन लहसुन को सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. लहसुन को एक एंटीबायोटिक माना जाता है, जिसमें विटामिन सी, विटामिन बी और विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा लहसुन में सल्फ्यूरिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. माना जाता है कि लहसुन का नियमित सेवन आम बीमारियों से बचाव में मदद करता है।

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आयुर्वेदिक गुणों वाली तुलसी:
तुलसी, या पवित्र तुलसी, आयुर्वेद में एक पवित्र जड़ी बूटी है, जो अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, तुलसी शरीर को तनाव और बदलते मौसम की बीमारियों से निपटने में सहायता करती है । तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने से जुकाम, सिर दर्द, बुखार आदि रोगों से लाभ मिलता है। तुलसी के पत्ते चबाकर ऊपर से पानी पीने से कैंसर से लाभ मिलता है।

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दालचीनी का करे उपयोग:
दालचीनी, जो अपनी मनमोहक सुगंध के लिए जानी जाती है, इसमें रोगाणुरोधी और सूजन-रोधी गुण होते हैं। दालचीनी में एंटी बैक्टीरियल गुणों से भी भरपूर होते हैं. यह आपका वजन कम करने के साथ-साथ पेट से जुड़ी समस्याओं को भी कम करने में मदद करती है. रोजाना खाली पेट दालचीनी पीने से आपके जोड़ों का दर्द कम हो जाएगा.रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद मिल सकती है।


आंवला Vitamin C का स्रोत:
आंवला, या इंडियन गूज़बेरी, एक विटामिन सी पावरहाउस है। इम्यूनिटी के लिए आवश्यक, आंवला संक्रमण के खिलाफ शरीर की सुरक्षा को मजबूत करता है। चाहे ताजा सेवन किया जाए या आयुर्वेदिक तरीके से , आंवले में कई सारे न्यूट्रिशन होते हैं, जैसे- विटामिन सी, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, फ्लेवोनॉयड्स आदि। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाले डैमेजिंग से बचाते हैं।

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अश्वगंधा प्रकृति का वरदान:
अश्वगंधा, एक एडाप्टोजेन के रूप में पहचाना जाता है, शरीर को तनाव के अनुकूल होने और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। , अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करने के लिए वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है । रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है तथा श्वेत रक्त कोशिकाओं और लाल रक्त कोशिकाओं को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।

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जैसा कि हम मौसम में होने वाले बदलाव को देख रहे हैं, इन भारतीय जड़ी-बूटियों और मसालों को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने के लिए एक स्वादिष्ट और समग्र रणनीति के रूप में उभरता है। ,भोजन में इन खशबूदार मसालों का आनंद लेते हुए हम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओ का भी निवारण कर सकते है । जो हमें लचीलेपन और ताकत के साथ बदलते मौसम के कारण आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती हैं।

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