बरसात के मौसम में क्या न खाएं –

भारत में मानसून का मौसम आ गया है, जिससे चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है। बारिश के साथ, इस मौसम में मिलने वाले पाक व्यंजनों को अपनाने का समय आ गया है। हालाँकि, उन खाद्य पदार्थों का ध्यान रखना भी आवश्यक है जिनसे इस दौरान परहेज करना सबसे अच्छा है। इस व्यापक मार्गदर्शिका में, हम भारत में बरसात के मौसम के दौरान भोजन के सेवन के बारे में जानेंगे और क्या नहीं करना चाहिए।

Healthy Foods Tips By Chief Dietitian-Dr Varuna Singh

परहेज करने योग्य खाद्य पदार्थ:

स्ट्रीट फूड: हालांकि स्ट्रीट फूड पूरे साल एक आकर्षक विकल्प रहता है, लेकिन बरसात के मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। बढ़ी हुई आर्द्रता और नमी की स्थिति बैक्टीरिया और अन्य प्रदूषकों के लिए एक आदर्श प्रजनन भूमि बनाती है। घर पर या प्रतिष्ठित रेस्तरां में स्वच्छतापूर्वक तैयार भोजन का चयन करना बेहतर है।

पत्तेदार सब्जियाँ: पालक, पत्तागोभी और सलाद जैसी पत्तेदार सब्जियाँ भारत में आमतौर पर खाई जाती हैं। हालाँकि, मानसून के दौरान, इन सब्जियों में अत्यधिक नमी के कारण गंदगी, कीड़े और कीड़े पनपने लगते हैं। यह सलाह दी जाती है कि उन्हें साफ पानी से अच्छी तरह धो लें या उनकी जगह लौकी, तुरई या करेला जैसी वैकल्पिक सब्जियों का उपयोग करने पर विचार करें।

कटे हुए फल: स्थानीय बाजारों में पहले से कटे हुए फल उपलब्ध हो सकते हैं जो सुविधाजनक लग सकते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में इनके दूषित होने का खतरा रहता है। हवा में नमी बैक्टीरिया के विकास को तेज करती है, जिससे कटे फल स्वास्थ्य के लिए संभावित खतरा बन जाते हैं। साबूत फलों का सेवन करने की सलाह दी जाती है जिन्हें घर पर धोया और छीला जा सकता है।

Healthy Foods Tips By Chief Dietitian-Dr Varuna Singh

समुद्री भोजन: मानसून का मौसम जल प्रदूषण के लिए कुख्यात है, जिससे समुद्री भोजन एक जोखिम भरा विकल्प बन जाता है। जलजनित संक्रमणों को रोकने के लिए कच्ची या अधपकी मछली, झींगा या अन्य समुद्री भोजन खाने से बचें। किसी भी स्वास्थ्य जोखिम को कम करने के लिए विश्वसनीय स्रोतों से ताज़ा और ठीक से पकाए गए समुद्री भोजन का विकल्प चुनें।

आनंद लेने योग्य खाद्य पदार्थ:

हर्बल चाय: अदरक, तुलसी या इलायची जैसी गर्म हर्बल चाय आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाने और बारिश के मौसम में आपको तरोताजा रखने में मदद कर सकती है। इन चायों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और पाचन में सहायता करते हैं, जिससे ये एक आदर्श पेय विकल्प बन जाते हैं।

गर्म सूप: बरसात के दिनों में गर्म सूप का सेवन आरामदायक रहने का एक आनंददायक तरीका है। सब्जी या चिकन सूप न केवल गर्मी प्रदान करते हैं बल्कि शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों से भी भर देते हैं।

मौसमी फल: मानसून के दौरान प्रकृति की कृपा से आम, लीची, अनार और चेरी जैसे विभिन्न प्रकार के फल मिलते हैं। ये फल न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं। सुनिश्चित करें कि आप उपभोग से पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें।

हल्के मसालेदार भोजन: हल्के मसाले वाले व्यंजन जैसे कि खिचड़ी (चावल और दाल का मिश्रण), दाल (दाल का सूप), या उबली हुई सब्जियाँ चुनें। ये व्यंजन पचाने में आसान होते हैं और आपकी स्वाद कलिकाओं को संतुष्ट रखते हुए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।

पूरे बरसात के मौसम में उचित स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा प्रथाओं को बनाए रखना याद रखें। फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से धोएं, खाना पकाने के लिए साफ पानी का उपयोग करें और खराब होने से बचाने के लिए खाद्य पदार्थों को ठीक से संग्रहित करें।

इन दिशानिर्देशों का पालन करके, आप अपने स्वास्थ्य को बरकरार रखते हुए भारत में मानसून के मौसम का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। सुरक्षित रहें, बारिश का आनंद लें और इस खूबसूरत मौसम का स्वाद चखें! (Chief Dietitian-Dr Varuna Singh)-Food & tips Block

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