इजरायल हमले में ढेर हुआ हिजबुल्लाह का रॉकेट चीफ, मारे गए 558 लेबनानी

Israel-Hezbollah War: इजरायल के हवाई हमले में लेबनान के भीतर छुप कर बैठे इस्लामी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के मिसाइल प्रोग्राम के कमांडर ढेर हो गया। इजरायल के हवाई हमलों के कारण हिजबुल्लाह की कमर टूट गई है। हिजबुल्लाह के समर्थक ईरान ने कहा है कि यह आतंकी संगठन अकेले इजरायल का मुकाबला नहीं कर सकता।

कोबीसी को लेकर इजरायली डिफेंस फोर्स ने कहा कि वह अपने आतंकी संगठन के लिए काम करता था. आतंकी हमलों की प्लानिंग और उन्हें पूरा करने की सारी जिम्मेदारी लेता था. उन्होंने बताया कि कोबीसी हिजबुल्लाह की रॉकेट और मिसाइल इकाई का जिम्मा संभालता था और उसने 2000 में तीन इज़रायली सैनिकों का अपहरण कर उनकी हत्या की साज़िस रची थी।

अब तक कितने हिजबुल्लाह कमांडर मारे गए…
इजरायली हमले में अब तक हिज्बुल्लाह के कई बड़े कमांडर मारे जाने का दावा किया जा रहा है. पिछले शुक्रवार को इजरायली डिफेंस फोर्स ने इस बात की पुष्टि की थी, हिज्बुल्लाह के 16 सीनियर कमांडर मारे गए. ये सभी बेरूत में एक मीटिंग के लिए जमा हुए थे. इसमें प्रमुख है इब्राहिम आकिल, फुहद शुक्र, विसम-अल ताविल, अबु हसन समीर, तालेब समी अबदुल्लाह, मोहम्मद नासेर और इब्राहिम कोबीसी. कोबीसी हिज्बुल्लाह की मिसाइल यूनिट का इंचार्ज था.

लेबनान पर हुआ भीषण हवाई हमला
इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने लेबनान में भीषण हवाई हमले किए। इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के 1600 टारगेट को निशाना बनाया है और इन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। रातभर लेबनान में बम गिराए गए। हमलों में 558 लोगों की मौत हो गई जबकि 1835 से ज्यादा घायल हैं। इजरायल ने चेतावनी दी है कि हिज्बुल्लाह के खिलाफ तेजी से हमले किए जाएंगे। ऐसे में लेबनानी नागरिकों को उन क्षेत्रों को खाली करने के लिए कहा है, जहां हिज्बुल्लाह के हथियार छिपाने की आशंका है।

लेबनान छोड़कर भाग रहे हैं आम लोग
जंग के बीच में फंसे आम लोग अब दक्षिणी लेबनान छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. क्योंकि उनके घरों पर, पड़ोस में, सड़क चलते आसमान से कब हिज्बुल्लाह के रॉकेट गिर जाएं. इजरायल का बम गिर जाए, किसी को कुछ पता नहीं होता. लोगों को डर है कि कहीं इजरायली सेना ने जमीन से हमला किया तो मुसीबत और बढ़ जाएगी

क्या है इसराइल की चाहत ?
इसराइल का मानना है कि भीषण कार्रवाई के ज़रिए अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए हिज़्बुल्लाह को मजबूर किया जा सकेगा. इसराइल चाहता है कि इतना दर्द दिया जाए कि हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह, उनके सहयोगियों और ईरानी समर्थक फ़ैसला करें कि प्रतिरोध की क़ीमत कुछ ज़्यादा चुकानी पड़ रही है. इसराइली नेता और जनरलों को जीत की ज़रूरत है. नेतन्याहू चाहते हैं कि हिज़्बुल्लाह इसराइल में रॉकेट दागना बंद करे.

इसराइली सेना का कहना है कि वो सरहद से हिज़्बुल्लाह को पीछे धकेलना चाहती है. सेना की कोशिश है कि इसराइल के लिए ख़तरा बने सैन्य ठिकानों को भी बर्बाद कर दिया जाए.

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