चीन से करीब दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ेगी भारतीय इकॉनमी: IMF का अनुमान
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने विकास दर की रफ्तार घटने के बावजूद भारतीय इकॉनमी के चीन से तकरीबन दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ने का अनुमान लगाया है, हालांकि विश्व बैंक के बाद आइएमएफ ने भी वर्ष 2022 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को घटा दिया है।
मंगलवार को आइएमएफ की तरफ से जारी रिपोर्ट में इस वर्ष के लिए भारत की इकोनोमी में 8.2 फीसद की वृद्धि दर होने का अनुमान लगाया है। पहले 9 फीसद वृद्धि दर का अनुमान था।
आइएमएफ ने इस वर्ष चीन की इकोनोमी की वृद्धि दर 4.4 फीसद रहने की बात कही है। वैश्विक इकोनोमी की वृद्धि दर अनुमान को भी आइएमएफ ने 6.1 फीसद से घटा कर 3.6 फीसद कर दिया है।
विश्व बैंक ने भी पिछले हफ्ते भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अपने अनुमानों को घटा दिया था। आइएमएफ की रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2023 में भारत की विकास दर घट कर 6.9 फीसद पर आ जाएगी। जबकि वर्ष 2021 में देश की विकास दर 8.9 फीसद रही थी।
दो अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की तरफ से विकास दर अनुमान घटाने का साफ मतलब है कि यूक्रेन-रूस युद्ध का दुनिया भर में बहुत ही उल्टा असर होने वाला है। आइएमएफ ने यह बात भी कही है।
आइएमएफ ने यूक्रेन-रूस के अलावा खाद्य उत्पादों की कीमतों में भारी वृद्धि को भी विकास दर घटने का एक बड़ी वजह बताया है। कई घरेलू एजेंसियों ने भी भारत की विकास दर के अनुमान को कम किया है।
आइएमएफ का मानना है कि वर्ष 2021 में 8.1 फीसद की विकास दर हासिल करने वाला चीन वर्ष 2022 में सिर्फ 4.4 फीसद की वृद्धि दर ही हासिल कर सकेगा। वर्ष 2023 में यह घट कर 5.1 फीसद रह जाएगा।