पुष्पक विमान से आएंगे माता सीता व प्रभु श्री राम, राज्यपाल व सीएम करेंगे स्वागत

deepotsav in ayodhya 2021

अयोध्‍या। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्‍या के पांचवें दीपोत्सव में पश्चिम बंगाल की सीता संग दिल्ली के राम पुष्पक विमान से अयोध्या में उतरेंगे। उनके साथ नोएडा के लक्ष्मण भी होंगे।

दीपोत्सव को दिव्य व भव्य बनाने के लिए राम, सीता व लक्ष्मण के स्वरूप में माडल व अभिनेताओं को पर्यटन विभाग की तरफ से चयनित किया गया है। राम दरबार के अन्य किरदार स्थानीय कलाकार ही निभाएंगे।

जिस प्रकार त्रेतायुग में राम, सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान से अयोध्या वापस आए थे, दीपोत्सव में हर वर्ष उसी तरह हेलीकाप्टर से राम, लक्ष्मण और सीता के स्वरूप सरयू तट पर उतरते हैं। भगवान के स्वरूपों पर पुष्पवर्षा होती है, उस वक्त त्रेता युग की रामनगरी का दृश्य जीवंत हो उठता है।

इस दीपोत्सव में राम, सीता और लक्ष्मण के किरदार में टीवी जगत के तीन युवा माडल नजर आएंगे, इनमें पश्चिम बंगाल की अभिनेत्री इशिता गांगुली सीता के स्वरूप में नजर आएंगी। प्रभु श्रीराम के किरदार में दिल्ली के टीवी अभिनेता गगन मलिक और नोएडा के निशांत कुमार लक्ष्मण होंगे।

गगन मलिक, टीवी सीरियल संकट मोचक हनुमान में श्रीराम का किरदार निभा चुके हैं। इशिता गांगुली, टीवी सीरियल विघ्नहर्ता गणेश, जगजननी मां वैष्णो देवी और पेशवा बाजीराव में रोल कर चुकी हैं।

नोएडा निवासी निशांत कुमार धारावाहिक रामायण में भरत और संकट मोचन हनुमान में शत्रुघ्न का किरदार निभा चुके हैं। पर्यटन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर अविनाश मिश्र ने बताया कि किरदारों के चयन के लिए एजेंसी से करार किया गया। एजेंसी ने ही तीनों किरदारों का चयन किया है।

राम, सीता व लक्ष्मण के स्वरूपों में चयनित टीवी अभिनेता राम कथा पार्क में पुष्पक विमान से उतरेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान के स्वरूपों की आगवानी करेंगे, जिसके बाद समारोह स्थल पर स्वरूपों की आरती उतारी जाएगी।

लोक संस्कृति को जीवंत कर रहा दीपोत्सव

दीपोत्सव में उप्र, मप्र, हरियाणा, झारखंड, नोएडा, झांसी, नागपुर, पंजाब आदि राज्यों के करीब 1200 कलाकार लोक संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ के करीब एक दर्जन कलाकार अवधी लोकनृत्य की प्रस्तुति दे रहे हैं।

जयपुर का कालबेलिया नृत्य, पंजाब का भांगड़ा, बांदा का पाई डंडा, मथुरा का बम रसिया, झांसी का राई, सोनभद्र के मादल वादन के जरिये लोक संस्कृति की समृद्धि की झलक दिख रही है। हरियाणवी नृत्य के साथ ही झारखंड का छाऊ नृत्य भी झांकियों को भव्यता प्रदान करेगा।

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