IND vs ENG: टीम इंडिया ने निकाली बैजबॉल की हवा, 4-1 से सीरीज जीता

IND vs ENG Test Series: कप्तान रोहित शर्मा ने नेतृत्व में भारत ने धर्माशाला टेस्ट में इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली। पहली पारी में इंग्लैंड की पारी 218 रनों पर ढेर हुई थी, जबकि भारत ने पहली पारी में 477 रन बनाए थे। इंग्लैंड दूसरी पारी में 195 रन ही बना सका।

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रोहित शर्मा और शुभमन गिल के शतकों के बाद रविचंद्रन अश्विन की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड को हरा दिया. भारत ने धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को ही इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हरा दिया. भारत ने इंग्लैंड को दूसरी पारी में 195 रनों पर ढेर कर दिया. इसी के साथ भारत ने ये सीरीज 4-1 से अपने नाम की. धर्मशाला टेस्ट इस सीरीज का पहला मैच है जो तीन दिन में खत्म हुआ है. इससे पहले सभी चारों मैच चौथे दिन तक गए थे.

टीम इंडिया की ये जीत काफी ऐतिहासिक है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में 112 साल बाद कोई टीम पहला टेस्ट मैच हारने के बाद पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 4-1 की स्कोरलाइन से जीती है.

इंग्लैंड की टीम भारत में बैजबॉल तकनीक (तेज गति से बैटिंग करके सामने वाली टीम पर दबाव बनाना) पर टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से आई थी, लेकिन पहले मैच को जीतने के बाद भी इंग्लिश टीम वापसी नहीं कर सकी। इस सीरीज की एक पारी में ही भारत ने इतने रन बना दिए थे कि इंग्लैंड की टीम दो पारियों में मिलाकर भी उतने रन नहीं बना सकी। 

इंग्लैंड के बल्लेबाजों को भारी पड़ी आक्रामक बैटिंग
इससे पहले दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने इसके बाद आक्रामक रूख अपनाया और इस प्रयास में अपने विकेट गंवाए। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (2) को लंच से ठीक पहले अश्विन ने पवेलियन की राह दिखाई। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पीठ में जकड़न के कारण मैदान पर नहीं उतरे और ऐसे में बुमराह ने टीम की अगुवाई करते हुए अश्विन के साथ नई गेंद संभाली। अश्विन ने शुरू से ही इंग्लैंड पर कर बरपाया। उन्होंने एक बार फिर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट (02) को नहीं टिकने दिया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले मैचों में भी अश्विन के सामने संघर्ष करता हुआ नजर आया।

कुलदीप-अश्विन का अटैक

इस मुकाबले में इंग्लैंड की टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। हालांकि, कप्तान का ये फैसला सही साबित नहीं हुआ, क्योंकि इंग्लैंड की टीम 218 रन बनाकर ढेर हो गई। कुलदीप यादव ने पांच विकेट निकाले, जबकि आर अश्विन को चार विकेट मिले। एक सफलता रविंद्र जडेजा को मिली। जैक क्राउली अर्धशतक बनाने में सफल हुए। 

इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने अच्छी शुरुआत टीम को दिलाई। जायसवाल अर्धशतक बनाकर आउट हो गए, लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा ने अपना शतक पूरा किया और शुभमन गिल भी शतक जड़ने में सफल हुए। बाद में देवदत्त पडिक्कल और सरफराज खान के बल्ले से भी अर्धशतक निकले। भारत ने पहली पारी में 477 रन बनाए। 

अश्विन का कमाल

मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया ने अपने कल के स्कोर आठ विकेट के नुकसान पर 473 रनों से पारी शुरू की. भारतीय टीम अपने खाते में चार रन ही जोड़ सकी और ऑल आउट हो गई. उसके बाद पहली पारी में इंग्लैंड के चार विकेट लेने वाले अश्विन ने दूसरी पारी में पांच विकेट लिए और इसी के साथ वह भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा बार फाइव विकेट हॉल लेने वाले गेंदबाज बन गए. उन्होंने इस मामले में अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा. अश्विन ने 36वीं बार एक पारी में पांच विकेट लिए जबकि कुंबले ने 35 बार ये काम किया था.

धड़ाधड़ गिरे इंग्लैंड के विकेट
उन्होंने जवाबी हमला करने की रणनीति अपनाई लेकिन अश्विन की गेंद उनको गच्चा देकर विकेटों में समा गई। पिच से टर्न और उछाल मिल रही थी और ऐसे में अश्विन ने जैक क्राउली (0) के लिए लेग स्लिप लगाई। उनकी गेंद इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर लेग स्लिप में खड़े सरफराज खान के सुरक्षित हाथों में चली गई। अश्विन ने ओली पोप (19) के रूप में अपना तीसरा विकेट लिया।

भारत की शानदार बल्लेबाजी-

इंग्लैंड की टीम पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं कर पाई. इसके बाद उसकी गेंदबाजी भी भारत की बल्लेबाजी के सामने कमजोर और अनुभवहीन दिखी. भारत के लिए शुभमन गिल ने 113, रोहित शर्मा ने 103 रन बनाए. वहीं तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया. यशस्वी जायसवाल ने 57 रनों की पारी खेली. पहला मैच खेल रहे देवदत्त पडिक्कल 65 रन बनाने में सफल रहे. सरफराज खान ने 56 रनों की पारी खेली.

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