Ind vs Eng: हिसाब बराबर, टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 317 रन से दी मात
नई दिल्ली। मेजबान भारत ने इंग्लैंड के साथ अपना हिसाब बराबर कर लिया है। चेन्नई के इसी एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 227 रन से जीता था, अब भारत ने दूसरा मैच 317 रन के अंतर से जीतकर हिसाब बराबर कर लिया है।
अब दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट मैच 24 फरवरी से अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 329 रन बनाए थे, जिसमें रोहित शर्मा का शतक शामिल था।
इंग्लैंड अपनी पहली पारी में सिर्फ 134 रन बना पाया। भारत को पहली पारी के आधार पर 195 रन की बढ़त मिली थी और दूसरी पारी में भारत ने अश्विन के शतक की बदौलत 286 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम 482 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 164 रन पर ढेर हो गई और मुकाबला 317 रन के विशाल अंतर से हार गई।
इंग्लैंड की दूसरी पारी, अक्षर ने झटके पांच विकेट
मेहमान टीम इंग्लैंड को चौथे दिन पहला झटका डैनियल लॉरेंस के रूप में लगा, जो 26 रन बनाकर आर अश्विन की गेंद पर रिषभ पंत के हाथों स्टंप आउट हो गए। इस तरह इंग्लैंड को चौथा झटका लगा।
आर.अश्विन ने दसवीं बार टेस्ट क्रिकेट में बेन स्टोक्स को फंसाया। स्टोक्स 8 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर कोहली के हाथों कैच आउट हुए। इस तरह इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट गई।
छठी सफलता भारत को अक्षर पटेल ने दिलाई। उन्होंने ओली पोप को 12 रन के निजी स्कोर पर इशांत शर्मा के हाथों कैच आउट कराया।
कुलदीप यादव को मैच की पहली सफलता बेन फोक्स के रूप में मिली। इससे पहले ओवर में सिराज ने रूट का कैच छोड़ा था। फोक्स 2 रन बनाकर आउट हो गए। उनका कैच अक्षर पटेल ने पकड़ा।
8वीं सफलता अक्षर पटेल ने भारत को दिलाई। उन्होंने जो रूट को 33 रन के स्कोर पर रहाणे के हाथों कैच आउट कराया।
अपने अगले ओवर में पटेल ने ओली स्टोन को lbw आउट कर इंग्लैंड को 9वां झटका दिया, जबकि देश के लिए डेब्यू टेस्ट मैच में पांच विकेट हासिल करने वाले वे 9वें खिलाड़ी बने।
आखिरी विकेट कुलदीप यादव को मिला, जिन्होंने मोइन अली को 43 रन के स्कोर पर स्टंप आउट करा दिया।
विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम को तीसरे दिन के खेल के आखिरी सत्र में एक के बाद एक तीन झटके लगे। इंग्लैंड ने रोरी बर्न्स, डोम सिब्ले और नाइट वॉचमैन जैक लीच का विकेट खो दिया है।
इंग्लैंड को मैच बचाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़नी पड़ेगी और करीब 6 सत्र बल्लेबाजी करनी पड़ेगी, लेकिन भारतीय टीम को जीत के लिए सिर्फ सात विकेटों की तलाश रहेगी।