Israel-Hamas War: अमेरिका ने पश्चिम एशिया में भेजी परमाणु पनडुब्बी, ईरान समेत विरोधी देशों को चेतावनी

अमेरिका ने इजरायल-हमास युद्ध के बीच अपनी परमाणु पनडुब्बी को मध्य पूर्व में तैनात कर दिया है। यह पनडुब्बी इतनी घातक है कि ईरान जैसे देश को उसके नक्शे से मिटा सकती है। यूएस सेंट्रल कमांड ने अपने सोशल मीडिया पर कहा कि ओहियो श्रेणी की एक पनडुब्बी 5 नवंबर को यूएस सेंट्रल कमांड के इलाके में पहुंची इस पनडुब्बी में टॉमहॉक और ट्राइडेंट मिसाइल को तैनात किया जा सकता है।

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

इजरायल-हमास युद्ध में एक नया मोड़ आ गया है। फलस्तीनी हमास, लेबनानी हिजबुल्लाह और यमनी हौथी मिलीशिया के खिलाफ इजरायल की कार्रवाईयों के बीच अमेरिका ने क्षेत्र में अपनी न्यूक्लियर पनडुब्बी भेज दी है। इससे लगता है कि क्षेत्र में कुछ बड़ा होने की आशंका है।

इजरायल-हमास युद्ध के बीच अमेरिका ने वेस्ट एशिया में परमाणु पनडुब्बी को तैयात किया है। यूएस सेंट्रल कमांड ने अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर कहा कि ओहियो श्रेणी (Ohio-class submarine) की एक पनडुब्बी 5 नवंबर को यूएस सेंट्रल कमांड के इलाके में पहुंची। परमाणु मिसाइल तैनात करने का उद्देश्य ईरान समेत विरोधी देशों को सख्त चेतावनी देना है। पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी शेयर की गई है जिसमें स्वेज नहर में काहिरा के उत्तर-पूर्व में अल सलाम ब्रिज के नीचे से गुजरती एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी दिखाई दे रही है।

सूत्र: सोशल मीडिया

गौरतलब है कि अमेरिक ने पहले ही कुछ युद्धपोतों को पश्चिमी एशिया भेजा है। इनमें दो कैरियर स्ट्राइक और एक समुद्री समूह शामिल है।

इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष को अब एक महीने पूरे होने वाले हैं। हालांकि, इस बीच दोनों तरफ से हमले जारी हैं। जहां इस्राइल में हमास के हमले में अब तक 1400 से ज्यादा की मौत हुई है, वहीं गाजा पट्टी में इस्राइली सेना के पलटवार में करीब 10 हजार की जान जा चुकी है। इस बीच इस्राइल पर लेबनान के ईरान समर्थित संगठन- हिजबुल्ला की तरफ से हमले का खतरा बढ़ता जा रहा है। खुद ईरान भी कई मौकों पर इस्राइल को अंजाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्च 2011 के बाद यह पहली बार है जब किसी गाइडेड मिसाइल सबमरीन को संघर्ष की स्थिति में उतारा गया हो। 2011 में गाइडेड मिसाइल सबमरीन यूएसएस फ्लोरिडा ने लीबिया में ऑपरेशन ओडीसी डॉन के दौरान लीबिया में कई टारगेट पर 100 से ज्यादा टॉमहॉक मिसाइलें दागी थीं।

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