इजराइल का ‘ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड’,’जंग हमास ने शुरू की, हम करेंगे खत्म’

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया है। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा- इजराइल के नागरिकों, ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।

इमेज क्रेडिट:सोशल मीडिया

हमास की तरफ से हमलों की शुरुआत के करीब 5 घंटे बाद नेतन्याहू का ये पहला बयान है। उन्होंने कहा- हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर मिली है। करीब 300 लोग घायल हैं। हमास के आतंकी हमारे देश में घुसे हैं। इजराइल के पश्चिमी कस्बों में लगातार रॉकेट फायर किए जा रहे हैं।

हमास ने शनिवार सुबह करीब 8 बजे इजराइल राजधानी तेल अवीव, स्देरोट, अश्कलोन समेत 7 शहर में रॉकेट दागे। रिपोर्ट के मुताबिक, ये रॉकेट रिहायशी इमारतों पर गिरे हैं। 6 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हमास ने दावा किया है कि उन्होंने इजराइल पर 5 हजार रॉकेट्स से हमला किया है। वहीं, इजराइल की सेना का कहना है कि गाजा पट्टी से 2,200 रॉकेट फायर किए गए।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने इन हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए इजराइल के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिया है। उधर, इजराइल की सेना ने ‘ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड’ शुरू कर दिया है। सेना हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है।इसके पहले सेना कहा था कि वो जंग के लिए तैयार है। आर्मी ने अपने सैनिकों के लिए ‘रेडिनेस फॉर वॉर’ का अलर्ट जारी कर दिया था।

हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा- चल रहे ऑपरेशन को अल-अक्सा फ्लड नाम दिया गया है। ये येरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे। हमले से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। अश्कलोन शहर में हुए हमले के एक वीडियो में इमारत और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को जलते देखा जा सकता है। हमले में 5 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 70 साल की बुजुर्ग महिला है।

इजराइल हमास को आतंकी संगठन कहता है इसलिए शनिवार को हुए हमले को इजराइल ने आतंकी हमला बताया है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें लड़ाकों को घूमते देखा जा सकता है। हालांकि इन वीडियोज की पुष्टि नहीं हो पाई है। अश्कलोन और तेल अवीव में सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है।

ये हमला ऐसे समय हो रहा है जब अमेरिका सऊदी अरब और इजराइल के बीच समझौता करवाकर इजराइल को मान्यता दिलाने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि वो इजराइल के साथ रिश्ते सामान्य करने के बेहद करीब हैं।

क्राउन प्रिंस ने उन रिपोर्ट्स को भी खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि फिलिस्तीन के मुद्दे को लेकर सऊदी अरब ने इजराइल के साथ रिश्ते सुधारने की बातचीत को रोक दिया है। हालांकि, MBS ने कहा- हमारे लिए ये मुद्दा बेहद अहम है। इस मसले को सुलझाना बहुत जरूरी है, जिससे फिलिस्तीनियों का जीवन आसान हो सके।

मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

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