Newsclick वेबसाइट के ऑफिस पर छापे, पत्रकार अभिसार शर्मा को लेकर गई स्पेशल सेल
दिल्ली: पुलिस ने Newsclick के पत्रकारों के घर छापामार कार्रवाई की है. इस दौरान लैपटॉप, मोबाइल जब्त कर हार्ड डिस्ट का डेटा भी लिया गया है. वर्ष 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने Newsclick को मिली अवैध फंडिंग को लेकर मुकदमा दर्ज किया था. संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये Newsclick को मिली थी.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली और उससे सटे NCR में न्यूज क्लिक (Newsclick) वेबसाइट के पत्रकारों के ठिकानों पर रेड डाली है. यह कार्रवाई फॉरेन फंडिंग के मामले में UAPA के तहत की जा रही है. स्पेशल सेल ने मंगलवार को सुबह-सुबह एक साथ दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद में रेड मारी है. बताया जा रहा है कि छापामार कार्रवाई 30 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ चल रही है. इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, जिन्हें स्पेशल सेल लाया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार हिरासत में लिए गए पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी के वकील स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंच गए हैं. जबकि पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल लेकर गई है.
रेड के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जैसे लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. इसके अलावा हार्ड डिस्क का डेटा भी लिया गया है. कई फाइलें भी जब्त की गई हैं. आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में UAPA के तहत केस दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस के इस एक्शन के बाद पत्रकार अभिसार शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट की है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली पुलिस उनके घर से लैपटॉप और उनका फोन ले गई है.
UAPA के तहत चल रही इस रेड में स्पेशल सेल के 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल हैं. रेड के दौरान इसमें स्पेशल सेल के साथ अर्धसैनिक बल के जवान भी हैं. अर्धसैनिक बल के जवान सुरक्षा के लिहाज से साथ हैं. रेड खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस की जा सकती है. फिलहाल सभी सीनियर अफसरों को रेड पर फोकस रखने के लिए कहा गया है.
बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की छापेमारी 17 अगस्त को UAPA और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत की जा रही है. इस एफआईआर में दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और आपराधिक साजिश रचने की धारा भी जोड़ी गई है.
बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने एक नया मामला दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस उस इनपुट के आधार पर एक्शन ले रही है, जो प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने साझा किया था. ED की जांच में 3 साल के अंदर 38.05 करोड़ रुपए के फेक विदेशी फंड का खुलासा हुआ था. ये पैसे गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ के सहयोगियों के अलावा कई पत्रकारों को दी गई थी.