गेंदबाजों की फिटनेस को लेकर दुखी हैं कपिल देव, कही यह बात

पूर्व कप्तान कपिल देव

नई दिल्ली। भारत को क्रिकेट का पहला विश्व कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव आज के समय के गेंदबाजों की फिटनेस को लेकर काफी दुखी हैं। कपिल ने कहा कि उनको यह देखकर काफी अफसोस होता है कि गेंदबाज महज चार ओवर का स्पैल फेंककर थक जाते हैं।

कपिल ने अपने दौर का उदाहरण देते हुए बताया कि उस वक्त एक खिलाड़ी को बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी हर चीज करनी होती है। उन्होंने कहा कि मॉर्डन डे क्रिकेट में चीजें काफी आसान हो गई है और हर किसी को उनका एक रोल दे दिया गया है।

कपिल देव ने कहा मुझे जो लगता है कि जब आप लगातार एक साल में 10 महीने क्रिकेट खेलेंगे तो आपके इंजरी होने के चांस बढ़ जाते हैं। आज का क्रिकेट काफी बेसिक है- बल्लेबाज बैटिंग करना चाहता है और बॉलर गेंदबाजी करना चाहता है।

हमारे समय में हमको ही सबकुछ करना होता था। तो आज की क्रिकेट काफी बदल गई है। कभी-कभी मुझे बहुत दुख होता है कि यह देखकर कि खिलाड़ी चार ओवर फेंककर थक जाते हैं और मैंने सुना है कि उनको तीन या चार से ज्यादा ओवर करने की अनुमति नहीं है।’

कपिल देव ने आज के क्रिकेट की तुलना अपने समय से करते हुए कहा, ‘मुझे अपने टाइम में याद है- मैं यह नहीं कहूंगा कि यह गलत है या सही। यहां तक कि जो लास्ट प्लेयर भी बैटिंग करना आता था उसको भी हम कम से कम 10 ओवर डालते थे।

यह माइंडसेट होना जरूरी है इसकी मदद से आपके मसल्स बनते हैं। आज के दौर में वो सिर्फ चार ओवर काफी हैं तो मुझे यह काफी अजीब लगता है।’ कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर 1983 में पहली बार विश्व कप जीता था।

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