वायनाड नामांकन के दौरान बेबस नज़र आएं खरगे…BJP का आरोप दलित का हुआ अपमान

वायनाड से प्रियंका गाँधी वाड्रा के नामांकन के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे को डीएम कार्यालय में प्रवेश नहीं मिला, जिससे बीजेपी ने कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया। वीडियो में खरगे दरवाजे से झांकते दिखे। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा यही है। दलित होने के कारण कांग्रेस खरगे से भेदभाव कर रही है। उस वीडियो को शेयर कर बीजेपी ने दावा कर दिया है कि खड़गे का अपमान किया गया है और सारा सम्मान सिर्फ कांग्रेस के एक परिवार को मिला है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर वो वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि यह देखकर बड़ा बुरा लगता है कि एक इतने सीनियर नेता के साथ ऐसा व्यवहार किया गया है। बात चाहे AICC के अध्यक्ष की हो या फिर PCC के, परिवार को क्या इस तरह से किसी को अपमानित करना अच्छा लगता है, उन्हें क्या सिर्फ एक रबर स्टांप की तरह इस्तेमाल करना है।

बेबस नजर आए मल्लिकार्जुन खरगे!
वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स गेट पर खड़ा है। वह उन्हें अंदर नहीं आने देता तो वह बाहर से ही यहां-वहां किसी तरह झांकने की कोशिश करते हैं। बीजेपी ने कहा कि खरगे का अपमान हुआ और सारा सम्मान गांधी परिवार को मिला। बीजेपी ने यहां तक कहा कि दलित होने के कारण प्रियंका गांधी के नामांकन में मल्लिकार्जुन खरगे को एंट्री नहीं दी गई।

गांधी परिवार ने खरगे का किया अपमान
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक्स पर लिखा, “जब फर्स्ट फैमिली प्रियंका वाड्रा जी वायनाड से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर रही थीं, तब आप कहां गए थे खरगे साहब? बाहर खड़े कर दिए गए थे, क्योंकि वह परिवार का हिस्सा नहीं है। सोनिया परिवार के अहंकार और अधिकारी की वेदी पर आत्मसम्मान और गरिमा की बलि चढ़ गई। जरा सोचिए कि अगर ये वरिष्ठ दलित नेता और पार्टी अध्यक्ष के साथ ऐसा करते हैं, तो ये वायनाड के लोगों के साथ कैसा बर्ताव करेंगे।”

कांग्रेस का पलटवार
भाजपा के इस आरोप का कांग्रेस ने जवाब दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए कहा, असलियत यह है कि नामांकन के समय डीएम के कमरे में प्रत्याशी को मिलाकर सिर्फ पांच लोग बैठ सकते हैं।

सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा,”जब खरगे जी, सोनिया जी और राहुल जी वहां पहुंचे, तो पहले ही कुछ लोग बैठे थे। जैसे ही वो कमरे से निकले, उसी वक्त खरगे जी, सोनिया जी और राहुल जी अंदर आए और खरगे जी प्रथम पंक्ति में बैठे। सोनिया जी सीपीपी की अध्यक्ष होने के बावजूद पीछे बैठीं।”

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