Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर जबरदस्त तनाव, बैरिकेड तोड़ने के लिए हैवी मशीनें लेकर पहुंचे किसान..

Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर क‍िसानों की जबरदस्त तैयारी किसान आज दिल्ली की तरफ कूच करने के मूड में हैं। इसे लेकर किसानों ने पूरी तैयारी की है। बुलेटप्रूफ बंकर और भारी मशीनें के साथ उन्होंने अपने कई ट्रैक्टर पर पंखे लगाएं है और आंसू गैस से बचने के लिए गोगल्स भी हैं।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

दिल्ली से सटे इलाकों में एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो गया. किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है. इसके लिए वे दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं. अपने साथ JCB और करें भी लेकर पहुंच रहे हैं. किसान दिल्ली में प्रवेश न कर पाएं इसके लिए दिल्ली के बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. पिछले किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर चर्चा में था, जबकि इस बार शंभू बॉर्डर सुर्खियों में है.

इन बॉर्डरों पर दिखा किसान आंदोलन प्रभाव

किसान आंदोलन के कारण 10 में से 5 बॉर्डर सील किए गए हैं. यहां पर आवाजाही बंद है. इनमें दिल्ली से हरियाणा को कनेक्ट करने वाला टिकरी, सिंघू और झरोदा बॉर्डर को बंद किया गया है. इसके लावा, दिल्ली को यूपी से जोड़ने वाले चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर को बंद कर दिया है. बता दें की पश्चिमी यूपी में भी किसान आंदोलन का प्रभाव है.

शम्भू बॉर्डर पर धुआं धुआं

किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस को गोले दागे हैं। प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। जिसके चलते शंभू बॉर्डर धुआं-धुआं हो गया है। वहीं किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हुए। किसान दिल्ली जाने पर अड़े हुए है। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है। लेकिन किसान उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं।

पोकलेन मशीनें तोड़ेंगी बैरिकेडिंग

दिल्ली कूच करने की तैयारी में पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीनें भी पहुंच गई हैं। इस पोकलेन मशीन को आंसू गैस के गोलों और रबर बुलेट से बचाने के लिए पूरे केबिन को लोहे की मोटी मोटी शीट्स के साथ कवर किया गया है। इस पर आंसू गैस के गोलों का भी कोई असर नहीं होगा। ऐसी और भी मशीनें पहुंच रही हैं। इसके साथ-साथ ट्रैक्टर को मॉडिफाई भी किया गया है जो आगे बढ़कर बैरिकेडिंग को तोड़ेंगे। किसानों ने दिल्ली कूच के लिए सुबह 11 बजे तक का समय दिया है।

आंसू गैस के प्रभाव से बचाने के लिए तैयार हैं किसान

किसानों ने खुद को आंसू गैस के प्रभाव से बचाने के लिए अपने चेहरे को कपड़े की कई परतों से ढक लिया है। किसानों ने बोरियों को पानी में भिगोया है जिससे वे धुएं को बेअसर करने के लिए आंसू गैस के गोले पर फेंकने की योजना बना रहे हैं। वहीं अंबाला पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के इरादे से पोकलेन मशीनों का उपयोग करने के लिए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं किसानों को दिल्ली जाने के रास्ते में नदी पार करने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने घग्गर नदी पर शंभू बैरियर पर राजमार्ग के दोनों ओर धातु की चादरें लगाई हैं।

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