जन्माष्टमी पर ब्रज की माटी में लोटे कुमार विश्वास, बोले- ये मेरा सौभाग्य है…

Kumar Vishwas: मथुरा में यमुना किनारे रमण रेती पर विख्यात कवि कुमार विश्वास ने लोट लगाई। मान्यता है कि बचपन में भगवान कृष्ण जब गाय चराने जाते थे तब वह इस रेती पर लेटा करते थे।

Janmashtami 2024: विख्यात कवि कुमार विश्वास इस समय मथुरा में (Kumar Vishwas in Mathura) ब्रज भृमण पर हैं। इस दौरान ब्रज में वे सभी तीर्थ स्थानों का भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्रज यानी मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर धूम है और उनका यह सौभाग्य है कि इस मौके पर वह मथुरा में आए हैं। कृष्ण भक्ति में डूबे कुमार विश्वास गोकुल महावन के रमणरेती आश्रम पहुंचे। मथुरा में जन्माष्टमी के (Janmashtami 2024) अवसर पर आए कवि कुमार विश्वास ब्रज की रज में लोटपोट होते हुए महावन स्थित कार्ष्णि उदासीन आश्रम रमणरेती पहुंचे।

ब्रज की माटी में हुए लोटपोट

पीठाधीश्वर कार्ष्णि गुरु शरणानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। रमणरेती आश्रम पहुंचे कवि कुमार विश्वास के द्वारा रमण बिहारी के दर्शन किए और वहीं पर ब्रजरज में भी लोटपोट होकर मनौती मांगी। उन्होंने कहा कि बचपन में जब छोटे थे तब इस प्रकार रज में लेटा करते थे। भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ा स्थली में ब्रजरज में लोट-पोट होने पर उन्हें बचपन की याद आई। कवि ने कहा कि ब्रज में आकर एक अलग ही आनंद आता है। यहां हर ओर से भक्ति की बयार में एक सुगंध आती है, जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में समाहित कर देती है।

विख्यात कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) मथुरा में हैं। इस दौरान कुमार विश्वास रमण रेती की मिट्टी पर लोटने लगे। इसके बाद उनका मोबाइल गिर गया। साथियों ने फोन उठाकर दिया तो उन्होंने कहा, जाने दो उससे (भगवान कृष्ण) से सीधा संपर्क है। मान्यता है कि रमण रेती यमुना किनारे की वही जगह है, जहां बाल काल में भगवान कृष्ण रेती पर लेटते थे।

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