डॉ कुमार विश्वास के गीतों पर झूमने लगे श्रोता
देवरिया जिला (मईल): महर्षि देवरहा बाबा आश्रम मईल में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन प्रख्यात साहित्यकार और कवि कुमार विश्वास की उपस्थिति से आश्रम भक्तिमय हो गया था |
डॉ कुमार विश्वास के गीतों पर झूमने लगे श्रोता और मग्न्मुग्ध होकर श्रीमद्भागवत के श्लोको में लीन हो गए थे |प्रख्यात साहित्यकार और कवि कुमार विश्वास को देखने के लिए सुबह तपती धूप में लोग आने लगे थे। मंच पर पहुचते ही दर्शकों ने करतल ध्वनि से अपने चहेते कवि का स्वागत किया। सम्मान और तपतपाती लू के थपेड़ों में अपने चाहने वाले लोगो को देखकर वे गदगद दिखे। उन्होंने करीब 15 मिनट के संबोधन में बताया कि इस मिट्टी की चरण धूलि को पाकर मैं धन्य हो गया। 1980 -90 के दशक में लोगो की प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनने के आशीर्वाद लिए इस स्थान पर लाइन लगी रहती थी। देवरहा बाबा के एक सिद्ध संत थे। उन्होंने श्री राम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने वन गमन के समय कभी राजा महाराजाओं का सहारा नही लिया। वे वानर, भालू, दलित- पिछड़े, वंचितों, कोल- भीलों को साथ लेकर लड़ाई लड़े और जीते। राम का चरित्र जीवन मे उतारने की जरूरत है। उन्होंने तुलसीदास और रहीम खान-खाना के बीच हुए संवाद को लोगो के बीच सुनाया तो लोग तालियां बजाने पर मजबूर हो गए।
इस इवेंट के माध्यम से लोगो में श्रीमद्भागवत के प्रति लोगो की आस्था और बढ़ रही है | वातावरण दैविक होता चला गया था |इस मौके पर मुख्य आयोजक श्री राजेश सिंह (चेयरमैन-दयाल ग्रुप),मोहित एवं विज़न ग्रुप से डायरेक्टर राघवेन्द्र राय ,मनीष राय और मनीष सिंह भी मौजूद थे|