रोजगार-स्वरोजगार के लिए नहीं होने देंगे पूंजी की कमी: सीएम योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी ने कहा, एमएसएमई उद्योगके प्रोत्साहन के लिए हर सम्भव मदद देगी सरकार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सूक्ष्म, लघु व मध्यम श्रेणी के उद्योगों और परंपरागत शिल्पकारों के विकास के लिए प्रदेश सरकार हर आवश्यक मदद करने को तत्पर है। यह उद्योग ही ‘आत्मनिर्भर भारत’ के स्वप्न को साकार होने का आधार हैं।

प्रदेश का कोई भी युवा जो अपना नवीन उद्यम शुरू करना चाहता है, उसे पूंजी की कमी नहीं होने दी जाएगी। प्रत्येक उद्यमी को आवश्यकतानुसार ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, यह काम सतत जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश की 3,54,825 एमएसएमई इकाइयों की पूंजी की जरूरत को पूरा करते हुए ₹10,390 करोड़ का ऋण वितरित किया। इनमें 29,914 नई इकाइयां भी शामिल हैं, जिन्हें 1,316 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया गया।

वर्चुअल माध्यम से सम्पन्न इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के हाथों 08 उद्यमियों को लोन वितरित किया गया, जबकि शेष को जनपद स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में ऋण प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनपदों के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद भी किया।

ऋण प्राप्त करने वाले एमएसएमई उद्यमियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे-छोटे उद्योग, सशक्त प्रदेश का आधार हैं। औद्योगिक विकास को गति देने की यूपी सरकार की कोशिश सभी के जीवन में खुशहाली लाने वाली है।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कालखंड में केंद्र व राज्य सरकार ने मिलकर अपने प्रवासी श्रमिक भाइयों-बहनों को,  परंपरागत शिल्पकारों को, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के प्रोत्साहन के लिए नियोजित प्रयास किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान 14 मई को जब पहला आर्थिक पैकेज जारी किया, उसके अगले ही दिन यूपी सरकार ने ‘ऑनलाइन स्वरोजगार कार्यक्रम’ अंतर्गत 56,754 नई एमएसएमई इकाइयों को 2002 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया।

यही नहीं इनकी समस्याओं और जिज्ञासाओं के समाधान के लिए  एमएसएमई साथी पोर्टल और एप लांच किया।

वहीं 26 जून को जब प्रधानमंत्री ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत की, तब 4,03,646 नई और पुरानी एमएसएमई इकाइयों को 10999 करोड़ का वित्तीय प्रोत्साहन देते हुए ऋण दिलाया गया। यही नहीं, तीसरे चरण में 2,69,291 इकाइयों को 7,841 करोड़ का ऋण दिलाया गया।

यह ऋण इन उद्योगों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का अहम माध्यम बने। बैंकों से समन्वय स्थापित कर व्यापक पैमाने पर लोन मेले आयोजित किये गए। मुख्यमंत्री ने इस काम में बैंकों की भूमिका की भी सराहना की।

आत्मनिर्भर हो रही हमारी एमएसएमई इकाइयां: मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई इकाइयां आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं।

हाल ही में 15 इकाइयों ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अपनी लिस्टिंग कराकर अपने विकास के लिए पूंजी की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया है। यह अभिनव प्रयास अन्य इकाइयों के लिए प्रेरक भी है।

5,000 शिल्पियों को मिला टूल-किट मुख्यमंत्री आवास पर सम्पन्न इस कार्यक्रम में एक जनपद-एक उत्पाद योजनाओं से लाभान्वित 5,000 शिल्पियों को हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, टेक्सटाइल, मेटल शिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, पॉटरी आदि से संबंधित निःशुल्क टूल किट प्रदान किया गया।

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