क्या मोबाइल के इस्‍तेमाल से होता है कैंसर ? डॉक्टर्स ने बताई हकीकत, तुरंत जान लीजिए, वरना…

Smartphone and Cancer Risk: क्या मोबाइल चलाने से कैंसर होता है? इससे संबंधित कई सामग्रियां इंटरनेट पर हैं, लेकिन किसी में भी ठोस जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, इसे लेकर कई बार शोध भी हो चुके हैं, लेकिन अब तक हुए शोध में यह बात सामने नहीं आई ।

Smartphone and Cancer Risk: आज के जमाने में हर शख्स के हाथ में मोबाइल नजर आता है. इसके जरिए लोगों के कई काम आसानी से घर बैठे हो जाते हैं और इसके कारण लोग हद से ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं. मोबाइल फोन का ज्यादा उपयोग करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. कई लोग तो यह भी मानते हैं कि मोबाइल का इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है. इंटरनेट पर भी इस बारे में कई तरह का कंटेंट उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें सही जानकारी नहीं होती है. इस विषय पर कई शोध भी हो चुके हैं, जिनमें कई बातें सामने आई हैं।

कैंसर होने की बात पूरी तरह गलत

डॉक्टर्स की मानें तो मोबाइल का इस्तेमाल करने से कैंसर होने की बात पूरी तरह गलत है. अभी तक किसी रिसर्च में इस बात के ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, जिसके आधार पर इस तरह का दावा किया जा सके. मोबाइल फोन का यूज करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन फोन से कैंसर का खतरा नहीं है. 

फोन और वाईफाई रेडियो फ्रीक्वेंसी छोड़ते हैं

फोर्टिस अस्पताल के डॉ. मोहित अग्रवाल बताते हैं कि मोबाइल फोन और वाईफाई एक रेडियो फ्रीक्वेंसी छोड़ते हैं, जो नॉन-आयोनाइजिंग रेडिएशन का एक टाइप है। ये नॉन आईनेजरी एक्सरे और गामा की तरह पावरफुल नहीं होता है, इसलिए यह डीएनए को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और सीधा कैंसर का कारण नहीं बनते हैं।

अभी और शोध की जरूरत

डॉ. बताते हैं कि डब्ल्यूएचओ और इंटरनेशनल रिसर्च ऑन कैंसर ने रेडियो फ्रीक्वेंसी को संभावित रूप से कैंसर का कारण माना है। इसको हम ग्रुप टू बी कैटेगरी में रखते हैं। इसका मतलब है कि इस बात के पक्का सबूत नहीं हैं कि यह कैंसर का कारण बनते हैं। लेकिन, इसे लेकर कुछ स्टडी हुए हैं, जिसमें कनेक्शन दिखाया गया है, लेकिन अभी इसे लेकर और ज्यादा शोध की जरूरत है।

मोबाइल को अपने शरीर से रखें दूर

वो बताते हैं कि इंटरनेशनल रिसर्च ऑन कैंसर और यूएस में इसे लेकर कई शोध हो चुके हैं, लेकिन अब तक ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साफ हो सके कि मोबाइल से कैंसर होता है। लेकिन, कुछ स्टडी ऐसी हुई है, जिसमें हैवी मोबाइल यूजर में ग्लियोमा का खतरा दिखाया गया है। खैर, इसे लेकर वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं।

वो बताते हैं कि कोशिश करें कि मोबाइल का कम से कम यूज हो। सोते समय मोबाइल को अपने शरीर से दूर रखें।

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