महिलाओं को मर्दों की तुलना में लगती है ज्यादा ठंड, कभी सोचा है क्यों…?

Female feel more cold: क्या आपने काभी सोचा है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में आखिर क्यों ज्यादा ठंड महसूस होती है। इसके लिए क्या सच में शरीर की बनावट जिम्मेदार होती है?

Female feel more cold: अक्सर देखने को मिलता है कि लड़के ठंड में एक या दो लेयर कपड़ें पहनकर ठंड को दूर कर देते हैं, जबकि लड़कियां ज्यादा लेयर पहनने के बाद भी उन्हें ठंड लगती है। ऑफिस, घर में महिलाओं और पुरुषों में कई बार कमरे के तापमान के कारण बहस भी होने लगती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है, कि आखिर महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा ठंड क्यों लगती है। 

क्यों ज़्यादा लगती है ठंड?

इसका जवाब यह है कि महिलाओं का मेटाबॉलिक रेट कम होता है। हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म ऊर्जा का उत्पादन करता है, जिसमें गर्मी भी शामिल है। सभी के शरीर का तापमान 98.6 डिग्री ही होता है, लेकिन फिर भी पुरुषों को ज़्यादा गर्मी लगती है। पुरुषों में मसल मास ज़्यादा होता है, इसलिए गर्मी का उत्पादन भी ज़्यादा होता है। डॉक्टर्स का कहना है कि क्योंकि महिलाओ में मसल मास कम होता है और पुरुषों की तुलना में मेटाबॉलिज़्म भी कम होता है, इसलिए उन्हें ज़्यादा ठंड लगती है।

मेटाबॉलिज्म रेट होता है कम

ज्यादातर महिलाओं की मेटाबॉलिज्म रेट काफी कम होती है। जिससे शरीर में गर्मी भी कम पैदा होती है और शरीर का तापमान कम होने पर ठंड भी ज्यादा लगती है।

महिलाओं में पीरियड्स की वजह से पूरे महीने हार्मोंस का बैलेंस बदलता रहता है। और, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बॉडी टेंपरेचर को कम ज्यादा करते हैं। एस्ट्रोजन के कारण ब्लड वेसल्स फैलती हैं और प्रोजेस्टेरोन ब्लड वेसल्स को कस कर रखता है। महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन का फैलाव इस तरह होता है कि बॉडी के कुछ अंगों को गर्म रखने के लिए उन जगहों पर कम ब्लड सर्कुलेट होता है। जिससे महिलाओं को ज्यादा ठंड लगती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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