World Cancer Day 2025: युवाओं में बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले, जानें आखिर क्या है वजह?

World Cancer Day 2025: कैंसर ऐसी भयावह बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही रूह कांप उठती है। वजह है मरीज पहले ही मान लेते हैं कि अब तो मौत निश्चित है। यदि इस बीमारी के लक्षणों को समय से पहचान लें, तो जान बच सकती है…

World Cancer Day 2025: मॉर्डन लाइफस्टाइल और टेक्नॉलोजी ने हमारी जिंदगी को अपने गिरफ्त में कर लिया है। कैंसर आज दुनिया भर में मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में भारत में कैंसर के 14,96,972 मामले दर्ज (Cancer Cases in India) किए गए थे। अनुमान है कि 2040 तक भारत में कैंसर के मामले दोगुना होंगे। सोते-जागते खाते-पीते हम फोन, लैपटॉप का इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आपको पता है इसके कारण हमारी रोजमर्रा की जिंदगी काफी ज्यादा प्रभावित होती है. इसके कारण कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो रही है.

स्क्रीन टाइम और कैंसर के बीच का कनेक्शन

आज के डिजिटल युग में युवाओं में स्क्रीन टाइम का बहुत ज़्यादा होना कैंसर सहित स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. लंबे समय तक नीली रोशनी मेलाटोनिन के उत्पादन में बाधा डाल सकती है और स्तन और प्रोस्टेट कैंसर जैसे कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है. स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में भी कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. जिसके कारण  मोटापा और दिल से जुड़ी  बीमारियों का कारण बन सकता है. जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल के कारण इम्युनिटी भी कमजोर होती है.  इसलिए व्यक्ति को लंबे समय में कैंसर होने का अधिक खतरा होता है।

युवाओं में कैंसर बढ़ने के अहम कारण क्या हैं?

  • अनहेल्दी लाइफस्टाइल- आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में युवा फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड्स को डाइट में ज्यादा शामिल कर रहे हैं। इनमें मौजूद हानिकारक तत्व शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को कमजोर करते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
  • तंबाकू और शराब- सिगरेट, गुटखा और शराब पीने की वजह से युवाओं में तेजी से कैंसर बढ़ रहा है। ये आदतें फेफड़ों, मुंह, गले और लिवर कैंसर के प्रमुख कारण हैं।
  • मोटापा और फिजिकल इनएक्टिविटी- गलत खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण युवाओं में मोटापे की समस्या बढ़ रही है। मोटापा ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और कोलन कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
  • प्रदूषण और केमिकल एक्सपोजर- बढ़ते वायु प्रदूषण, पानी में मिल रहे हानिकारक केमिकल और यूवी किरणों का असर भी कैंसर के मामलों को बढ़ा रहा है।
  • तनाव और नींद की कमी- मॉडर्न लाइफस्टाइल में तनाव और नींद की कमी युवाओं की सेहत पर भारी पड़ रही है। यह शरीर की इम्युनिटी को कमजोर करता है और कैंसर का खतरा बढ़ाता है।

विश्व कैंसर दिवस को मनाने के लिए हर साल एक थीम रखी जाती है। साल 2025 की थीम ‘यूनाइटेड बाय यूनीक’ रखी गई है। इस थीम को रखने का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि कैंसर सिर्फ इलाज से नहीं बल्कि लोगों के साथ से जीतने वाली एक लड़ाई है, जिसे हमें जड़ से खत्म करना है।

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