Health Tips- Vitamin B12 हड्डियों को बनाता है मजबूत, इसकी कमी से एनीमिया का खतरा..
विटामिन बी12 (Vitamin B12) एक जरूरी पोषक तत्व है जिसकी आपके शरीर को सेंटर नर्वस सिस्टम और दूसरे कामों के लिए जरूरत होती है। यह खूब बढ़ाने, हड्डियों को मजबूत करने, थकान-कमजोरी दूर करने, बालों के विकास, त्वचा को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है।
Healthy Diet Tips: विटामिन बी12 की कमी के कुछ ऐसे लक्षण भी हैं, जो सीधे तौर पर आपकी त्वचा पर दिख सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो लोग शाकाहारी हैं, उनमें विटामिन बी12 की कमी का खतरा अधिक होता है। यह पोषक तत्व मांस-मछली और अंडे जैसे नॉन वेज फूड्स में ज्यादा पाया जाता है।
विटामिन बी12 की कमी के क्या लक्षण हैं? इस पोषक तत्व की कमी से आपको थकान, कमजोरी, सिरदर्द, मतली, सूजन और मूड में बदलाव होना जैसे गंभीर लक्षण महसूस हो सकते हैं। हालांकि विटामिन बी12 की कमी के कुछ ऐसे लक्षण भी हैं, जो सीधे तौर पर आपकी त्वचा पर दिख सकते हैं। चलिए समझते हैं कि विटामिन बी12 की कमी आपकी त्वचा को कैसे प्रभावित कर सकती है और विटामिन बी 12 की कमी पूरी करने के लिए क्या खा सकते हैं।
मुंह में छाले लक्षण-
मसूड़ों या जीभ पर छाले होना भी विटामिन बी12 की कमी का संकेत है। यह लक्षण आमतौर पर इस विटामिन की कमी के कारण होने वाले एनीमिया से जुड़ा होता है। यदि आपके मुंह में छाले हैं, तो मसालेदार भोजन से परहेज करना बुद्धिमानी है जो दर्द पैदा कर सकता है।
त्वचा का पीला होना भी संकेत-
अगर आपको अपनी त्वचा का रंग पीला होता दिख रहा है या आपको अक्सर पीलिया की बीमारी हो जाती है, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो गई है। विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया हो सकता है जिससे शरीर में स्वस्थ रक्त कोशिकाओं की कमी होती है।
त्वचा का सूखा होना या झुर्रियां होना
विटामिन बी 12 की कमी से त्वचा में रूखापन आ सकता है और चहरे पर पपड़ी जैम सकती है। इतना ही नहीं यह आपको उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षणों और महीन रेखाओं का भी शिकार बना सकता है।
घुटनों, कोहनियों और पैरों का काला पड़ना
विटामिन बी12 की कमी से भी हाइपरपिगमेंटेशन हो सकता है। यह आमतौर पर आपकी कोहनी, घुटनों और पोर को प्रभावित करता है। हालांकि यह लक्षण बहुत आम नहीं है फिर भी पूरी देखभाल करने के बावजूद अगर ऐसा हो रहा है, तो टेस्ट जरूर करा लें।
विटामिन बी12 की कमी कैसे पूरी करें
बता दें कि विटामिन B12 आमतौर पर नॉन-वेजिटेरियन फूड्स में ज्यादा पाया जाता है, लेकिन वेजिटेरियनों के लिए भी कुछ विकल्प होते हैं जैसे कि सोया उत्पाद, यीस्ट आदि। अगर आपका आहार विटामिन B12 की अच्छी मात्रा प्रदान नहीं करता है, तो आपको डॉक्टर/हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना चाहिए.
- मछली- मछली विटामिन B12 का अच्छा स्रोत होती है, खासकर सैल्मन, ट्राउट, टूना और मैकरल जैसी मछलियां।
- मांस- मांस, खासकर गोमंस, मुर्गी का मांस और मटन विटामिन B12 के स्रोत हो सकते हैं।
- अंडे- अंडे भी विटामिन B12 के स्रोत होते हैं।
- दूध और दूध उत्पाद- दूध, पनीर, दही और योगर्ट भी विटामिन B12 के स्रोत हो सकते हैं।
- चीज- विशेष रूप से दूध से बना चीज विटामिन B12 का अच्छा स्रोत है।
- पनीर- दूध से बनी हुई पनीर भी विटामिन B12 की अच्छी मात्रा प्रदान कर सकती है।
- सोया उत्पाद- कुछ सोया उत्पाद जैसे कि सोया दूध, टोफू, आदि भी विटामिन B12 के स्रोत हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।