Manipur Violence: मणिपुर में फिर बिगड़े हालात, 50 से ज्यादा छात्र जख्मी; कर्फ्यू के साथ इंटरनेट बैन

Manipur Violence: मणिपुर पिछले साल से हिंसा की आग में सुलग रहा है। बीते कुछ दिनों में हुई झड़पों के चलते हालात ऐसे हैं कि तीन जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है और इंटरनेट भी सस्पेंड किया गया है।

मणिपुर में एक बार फिर हालात बद से बदतर हो गए हैं। मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) ने अब और भी भयानक रूप ले लिया है जगह-जगह लोगों के प्रदर्शन जारी हैं। कानून-व्यवस्था को लेकर छात्रों ने मंगलवार को राजभवन की ओर मार्च किया। छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में 50 से ज्यादा छात्र जख्मी हो गए। पूरे राज्य में इंटरनेट सेवाओं को पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच, केंद्र ने मणिपुर में CRPF की दो नई बटालियन की तैनाती का निर्देश दिया है, जिनमें करीब 2,000 जवान होंगे। ऐसी हिंसा फैली है कि कई जिलों में एक-दूसरे के समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं।

उपद्रवियों ने ड्रोन और रॉकेट से किये हमले

जिरीबाम वह जिला है, जहां से शांति की उम्मीद जगी थी। यहीं पर मैतेई और कुकी समुदाय के नेताओं को बिठाया गया था। इनके साथ सुरक्षा बलों के कमांडर भी मौजूद थे। इस बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने शांति की ओर बढ़ने पर सहमति जताई थी, लेकिन विवाद थमा नहीं है। हालात यह हैं कि मणिपुर में कई जगहों पर उपद्रवियों ने ड्रोन और रॉकेट तक से हमले किए हैं। इस बीच राज्य पुलिस ने ऐटी ड्रोन सिस्टम्स की तैनाती है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर इनकी खरीद भी की जा रही है क्योंकि सरकार के पास यह पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं।

  • मणिपुर के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी कॉलेजों को 11 और 12 सितंबर को बंद ही रखने का आदेश दिया है। राज्य भर में चल रहे प्रदर्शनों के कारण यह फैसला लिया गया है।
  • बीते सप्ताह मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई थी। इसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध कुकी उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय बहुल गांव नुंगचप्पी में हमला बोला था।
  • थाउबल जिले में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वालों से हथियार भी छीन लिए। इसके अलावा पुलिस वालों पर ही फायरिंग भी की।
  • मणिपुर के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मेघायल के सीएम कोनराड संगमा ने भी चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार को दखल देना चाहिए ताकि दूसरे राज्यों तक असर न पहुंचे।
  • इस बीच केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की दो बटालियनों को मणिपुर भेजा है। इन बटालियनं में कुल 2000 जवान होंगे।
  • मणिपुर के अलग-अलग जिलों में 92 चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं। यहां से उपद्रवी तत्वों पर नजर रखी जा रही है। अब तक कई जिलों से 129 संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है।
  • अब तक मणिपुर में हुई हिंसा में 225 लोग मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 60 हजार लोगों को अपने घर छोड़कर पलायन करना पड़ा है।

मणिपुर में बदतर होती कानून-व्यवस्था को लेकर छात्रों ने मंगलवार को राजभवन की ओर मार्च किया था। छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में कई छात्र जख्मी हो गए थे। छात्रों की मांग है कि राज्य के डीजीपी और सुरक्षा सलाहकार खराब होती कानून-व्यवस्था से निपटने में नाकाम रहे हैं। इस कारण उन्हें पद से हटाया जाए। वे अपनी इसी मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए राजभवन की ओर कूच कर रहे थे।

Back to top button