
परिवार के 10 लोगों की मौत पर रोया आतंकी मसूद अजहर, कहा-मैं भी मर जाता…
Operation sindoor: इंडियन एयरफोर्स के हमले में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के दस सदस्यों की मौत हो गई. मासूमों की जान लेने वाले आतंकी मसूद के परिवार को आज नुकसान पहुंचा तो उसकी जमीन खिसक गई. उसकी हालत ऐसी है कि अब कह रहा कि मैं भी मर जाता तो अच्छा होता.
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला किया है. इस हमले में भारतीय वायु सेना ने PoK और पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. 25 मिनट तक ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमला किया गया और 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया. खबरों के मुताबिक इन हमलों में करीब 100 आतंकी मारे गए हैं. लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को हुआ है.
इस हमले में मसूद अजहर के खानदान के कई लोग मारे गए हैं जिसके बाद मसूद अजहर ने एक बयान जारी किया है. आम नागिरकों की जान लेने वाला अजहर आज अपने परिवार के लिए रो रहा है. अब उसके पास कुछ बचा नहीं है, न ही परिवार है और न ही भारत ने ठिकाने छोड़े हैं, जहां से आतंकियों को ट्रेन किया जाता था. अब अजहर के जीने के लिए कुछ बचा नहीं है और वह कह रहा है कि मैं भी मर जाता तो अच्छा होता.
आतंक को गहरी चोट
सिर्फ मसूद अजहर ही नहीं भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के सैकड़ों आतंकियों की कमर तोड़ दी है. भारत के इस हमले करीब 100 आतंकी मारे गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम हमले के बाद कह दिया था कि दोषियों को उनकी कल्पना से परे सजा मिलेगी और हमले के 15 दिन बाद भारत ने ये करके भी दिखा दिया है.
किस-किस की मौत हुई?
उर्दू में लिखे गए एक पत्र में मसूद अजहर ने कहा है कि रात में किए गए भारत के इस हमले में मेरे खानदान के 5 मासूम बच्चों, पर्दानशीन महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया है.
अजहर ने बताया कि रात के हमले में मेरे खानदान के 10 लोग शहीद हो गए. जिनमें मेरी जान से प्यारी मेरी बड़ी बहन और उनके पति (जीजा) मारे गए, पांच मासूम बच्चे मारे गए, मेरा भांजा और भांजे की बीवी मारी गई, मेरी प्यारी भांजी मारी गई, हुजैफा और उनकी मां मारी गई, और मेरे दो प्यारे साथियों समेत कुल 14 लोग मारे गए हैं.