SCO बैठक से पहले सुबह की सैर, पीएम शहबाज से मिले विदेश मंत्री जयशंकर

SCO Summit 2024: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शासनाध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक में भाग लेने के लिए दो दिनी (15 और 16 अक्टूबर) पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के दौरे पर हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को इस्‍लामाबाद की सड़कों पर मॉर्निंग वॉक करते नजर आए. इस दौरान इस्‍लामाबाद में भारत के राजनायिकों का दल भी उनके साथ था.

भारत के चाणक्य माने जाने वाले जयशंकर ने इस्लामाबाद की धरती पर पौधारोपण भी किया। उन्होंने उच्चायोग के परिसर में अर्जुन का पौधा लगाया और x पोस्ट पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा… ‘एक पेड़ मां के नाम’

बैठक से पहले पीएम शहबाज से मिले विदेश मंत्री
वे बुधवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। यहां उनका स्वागत पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ और डिप्टी PM इशाक डार ने किया। SCO की बैठक 11 बजे शुरू हो गई है। इसमें SCO के व्यापार और आर्थिक एजेंडा पर चर्चा होगी। बैठक के बाद ढाई बजे लंच होगा। शाम 4 बजे जयशंकर से पाकिस्तान से भारत के लिए रवाना हो जाएंगे।

SCO की मेजबानी कर रहा भारत
पाकिस्तान एससीओ बैठक की मेजबानी कर रहा है. समझा जाता है कि जयशंकर ने स्वागत समारोह में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के साथ भी बातचीत की. जयशंकर का विमान स्थानीय समयानुसार अपराह्न करीब 3.30 बजे पाकिस्तान की राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित नूर खान हवाई अड्डे पर उतरा और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. पिछले करीब नौ साल में पहली बार भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है. दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे के अलावा पाकिस्तान से सीमापार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं.

क्या है एजेंडा ?
23वीं सीएचजी बैठक में संगठन के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा और वाणिज्य, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों में चल रहे सहयोग पर चर्चा की जाएगी। नेता संगठन के बजट को भी मंजूरी देंगे और एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे।

पुलवामा आतंकी हमले के बाद फरवरी 2019 में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर भारत के हवाई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध गंभीर रूप से तनावपूर्ण हो गए थे। 5 अगस्त, 2019 को जब भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया, तब संबंध और भी खराब हो गए। जवाब में, पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर कर दिया।

भारत ने पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की इच्छा व्यक्त की है, लेकिन इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है। मई 2023 में, पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत आए, जो लगभग 12 सालों में किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री की भारत की पहली यात्रा थी।

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