रिलायंस के ‘स्मार्ट बाजार’ बनेगें ‘राशन की दुकान’? क्या है मुकेश अंबानी का प्लान…

Reliance Company: रिलायंस के मुखिया मुकेश अंबानी आने वाले दिनों ‘राशन की दुकान‘ चलाते हुए दिख सकते हैं. देश का सबसे बड़ा रिटेल नेटवर्क चलाने वाले उद्योगपति की इसको लेकर सरकार के साथ बातचीत चल रही है. जाने पूरी खबर…

राशन की दुकान’… हर मुहल्ले में ये वो सरकारी दुकान होती है जहां आपको सरकारी रेट पर सस्ते में चीनी, दाल, गेहूं और चावल जैसी रोजमर्रा की चीजें मिलती है. संभव है कि अब कुछ इसी तरह का काम करते हुए आपको मुकेश अंबानी भी नजर आएं. मतलब कि उनकी कंपनी रिलायंस रिटेल के स्टोर्स पर आपको सस्ता अनाज, दाल, चावल और अन्य सामान मिल जाए.

मुकेश अंबानी का स्मार्ट बाजार से लेकर जियो स्टोर, जियो मार्ट ही नहीं बल्कि फैशन, खिलौने, ज्वेलरी जैसे रिटेल सेक्टर में भी उनकी जबरदस्त पकड़ है. अब सरकार की कोशिश है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस रिटेल नेटवर्क का इस्तेमाल महंगाई को कम करने के लिए किया जाए.

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

‘भारत’ ब्रांड का सामान

रिलायंस और भारत सरकार के बीच ‘भारत ब्रांड’ के आटा, दाल और चावल की बिक्री करने को लेकर बातचीत काफी अग्रिम दौर में पहुंच चुकी है. ईटी की एक खबर के मुताबिक सरकार रिलायंस के रिटेल नेटवर्क के माध्यम से सस्ते दामों पर उपलब्ध होने वाले ‘भारत’ ब्रांड के आटा, दाल और चावल को बेचना चाहती है. महंगाई से निपटने के लिए सरकार की कोशिश है कि इससे देश के हर तरह के तबके तक सस्ता राशन पहुंचाया जा सकेगा.

क्या है भारत ब्रांड?

हाल के सालों में आटा, दाल और चावल जैसे रोजमर्रा के सामान की कीमतें काफी ऊंची पहुंचने के बाद सरकार ने ‘भा्रत’ ब्रांड लॉन्च किया था. इसमें सब्सडाइज्ड रेट पर लोगों को आटा, दाल और चावल मिलता है. इसकी शुरुआत 2023 में की गई थी. अभी सरकार मुख्य तौर पर नेफेड, एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और मोबाइल वैन के माध्यम से इस ब्रांड का सामान बेचती है.

‘भारत’ ब्रांड के सस्ते सामान का फायदा उन लोगों को मिलता है, जो गरीबी रेखा के नीचे नहीं आते हैं. वहीं जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त खाद्यान्न पाने की पात्रता नहीं रखते हैं. इस तरह इसका फायदा मुख्य तौर पर मिडिल क्लास के लोगों को मिलता है.

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