Pakistan: नरेंद्र मोदी ने शहबाज शरीफ को दी बधाई, भारत और पाकिस्‍तान रिश्तों पर बात?

Pakistan News: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्‍तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को दूसरी बार पीएम बनने पर बधाई दी है। इससे पहले शहबाज शरीफ ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। पीएम मोदी के बधाई देने को दोनों देशों के बीच रिश्‍ते में एक सकारात्‍मक कदम माना जा रहा है।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

Narendra Modi on Shehbaz Sharif: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का नया पीएम बनने पर शहबाज शरीफ को बधाई दी है. उन्होंने यह शुभकामना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी है. मंगलवार (5 मार्च, 2024) सुबह पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, “शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने की बधाई हो.”

पीएम मोदी का यह बधाई संदेश ऐसे वक्त पर आया है जब एक दिन पहले सोमवार (4 मार्च, 2024) को 72 साल के शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के पीएम पद की शपथ ली. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ‘ऐवान-ए-सद्र’(राष्ट्रपति भवन) में हुए समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी. 

पूर्व PM नवाज शरीफ के भाई हैं शहबाज शरीफ

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ साल 2022 के बाद दूसरी बार देश की बागडोर संभाल रहे हैं. वह देश के 24वें प्रधानमंत्री हैं. रोचक बात है कि पाकिस्तान की कमान शहबाज शरीफ ने तब संभाली, जब उनका मुल्क आर्थिक बदहाली से बुरी तरह जूझ रहा है.

PML-N और PPP के थे संयुक्त उम्मीदवार, पाए 201 वोट

पाकिस्तान की संसद भंग होने से पहले शहबाज शरीफ अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं. वह पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार थे, जिन्हें 336 सदस्यों वाले सदन में 201 वोट हासिल हुए थे, जो कि सदन का नेता बनने के लिए जरूरी मतों से 32 ज्यादा हैं.

भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से रहा है तनाव 

वैसे, भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश हैं लेकिन दोनों के रिश्ते ऐतिहासिक और राजनीतिक मुद्दों की वजह से लंबे समय से तनाव में रहे हैं. आमतौर पर दोनों मुल्कों के बीच संबंधों के खटास की वजह विभाजन मानी जाती है, जबकि कश्मीर का मसला भी अभी तक उलझा ही है. दोनों देशों के बीच जंग भी हो चुकी हैं.

भारत तो चाहता हैं शांति, फिर क्यों बढ़ी दूरियां

हिंदुस्तान तो पाकिस्तान से शांति, दोस्ती और अच्छे रिश्ते चाहता है मगर उसके वह आतंक और हिंसा विरोधी माहौल की मांग करता आया है. भारत का रुख साफ है कि आतंकवाद और  बातचीत साथ नहीं हो सकते. अगर पाकिस्तान को बात करनी है तब उसे आतंक पर लगाम लगानी होगी. हालांकि, आतंकवाद के लिए दुनिया भर में कुख्यात पाकिस्तान की ओर से नापाक हरकतों पर रोक नहीं लगाई जा सकी है जिसके चलते दोनों मुल्कों के बीच रिश्तों पर फिलहाल बर्फ जमी है.

भारत और पाकिस्तान के बीच कम होगी खटास

रोचक बात है कि दोनों देशों के बीच भाषायी, सांस्कृतिक, भौगोलिक और आर्थिक कनेक्शन तो मेल खाता है मगर राजनीतिक और ऐतिहासिक कारणों की वजह से दोनों के बीच संबंध जटिल हैं. ताजा मामले में पीएम मोदी के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी और सवाल उठा कि क्या अब भारत और पाकिस्तान के बीच खटास कम होगी और क्या दोनों मुल्कों के रिश्तों में कुछ सुधार होगा? 

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