कांग्रेस के बैंक खाते से सीज हटा, 210 करोड़ की रिकवरी का मामला…

Congress Account Freeze: कांग्रेस के अकाउंट्स को फ्रीज कर दिया था। यूथ कांग्रेस के अकाउंट्स को भी फ्रिज किया गया था। इनकम टैक्स ने इसके बदले में 210 करोड़ रुपयों की रिकवरी मांगी थी, हालांकि अब यह फ्रीज हटा दिया गया है।

image credit -social media

आयकर विभाग ने कांग्रेस के चार बैंक खातों को सीज कर दिया था। शुक्रवार को कांग्रेस नेता और कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बताया कि आयकर विभाग ने उनकी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। युवा कांग्रेस का बैंक खाता भी फ्रीज किया गया है। माकन ने कहा, फिलहाल हमारे पास खर्च करने के लिए, बिजली बिल भरने के लिए, अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। सिर्फ न्याय यात्रा ही नहीं , बल्कि सभी राजनीतिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। आयकर विभाग ने 210 करोड़ की रिकवरी के आदेश दिए हैं। हालांकि, IT ट्रिब्यूनल ने बुधवार तक खातों से फ्रीज हटा दिया है।

देश का लोकतंत्र फ्रीज हो गया है-अजय माकन

अजय माकन ने कहा कि सुबह सुबह एक बहुत ही चिंताजनक और निराशाजनक खबर मिली. आपको जानकर आश्चर्य और दुख होगा कि हिंदुस्तान के अंदर लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। तालाबंदी कर दिया गया है। दो दिन पहले यह जानकारी मिली कि हम लोग जो चेक जारी कर रहे हैं, उसे बैंक से क्लीरेंस नहीं मिल रही है। हमने जांच की तो पता चला कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। यह हमारे अकाउंट पर नहीं बल्कि हमारे देश के लोकतंत्र पर तालाबंदी हो गई है। ये कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज नहीं हुए हैं, हमारे देश का लोकतंत्र फ्रीज हो गया है।  

आयकर विभाग ने कांग्रेस और यूथ कांग्रेस से जुड़े चार बैंक अकाउंट को फ्रीज किया है। दो दिन पहले कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज होने की जानकारी आई थी। उसके बाद गुरुवार शाम को यूथ कांग्रेस का बैंक अकाउंट फ्रीज हुआ है। दोनों के फ्रीज अकाउंट से आयकर विभाग ने 210 करोड़ की रिकवरी मांगी है। यानी कांग्रेस को यह रकम पैनल्टी के तौर पर आयकर विभाग को देनी होगी।

आखिर किस वजह से फ्रीज हुए अकाउंट

ये मामला 2018-2019 के इनकम टैक्स रिटर्न से जुड़ा है। आयकर विभाग ने कांग्रेस से पैनल्टी के तौर पर 210 करोड़ की रिकवरी मांगी है। माकन के मुताबिक, इस एक्शन के दो कारण हैं। पहला- हम लोगों को 31 दिसंबर 2019 तक अपने अकाउंट से संबंधित जानकारी आयकर विभाग को देनी थी लेकिन हमने उस समय 40-45 दिन लेट रिटर्न सब्मिट किया था। दूसरा कारण यह है कि 2018-19 चुनावी वर्ष था और उस चुनावी वर्ष में कांग्रेस के 199 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। उसमें से 14 लाख 40 हजार रुपए कांग्रेस के सांसद और विधायकों ने अपने वेतन का हिस्सा जमा करवाया था। ये पैसा कैश में जमा किया गया था। कैश में पैसा आने की वजह से आयकर विभाग ने  कांग्रेस पर 210 करोड़ रुपए की पैनल्टी लगा दी है।  

अकाउंट फ्रीज से कांग्रेस का कामकाज प्रभावित

माकन ने बताया कि अकाउंट फ्रीज होने से कांग्रेस का कामकाज प्रभावित हो गया है। हमारे पास बिजली का बिल भरने, वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। हम बैंक में पैसा जमा नहीं कर सकते हैं और हम बैंक से पैसा नहीं ले सकते हैं. कांग्रेस के अन्य सभी कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहे हैं।

अब क्या करेगी कांग्रेस?

माकन ने कहा, आयकर रिटर्न के पांच साल बाद पैनल्टी लगाई गई है। पार्टी ने बैंक खातों को डीफ्रीज करने के लिए आयकर अपीलीय प्राधिकरण (आईटीएटी) से संपर्क किया है। हम लोगों ने इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल में अर्जी लगा दी है। हमारी अर्जी पर सुनवाई हो रही है। हमें भरोसा है कि देश की ज्यूडशरी लोकतंत्र की रक्षा करेगी। कांग्रेस सड़क पर उतरकर इस लड़ाई को लड़ेगी।

IT ट्रिब्यूनल ने कांग्रेस को दी राहत

कांग्रेस को IT ट्रिब्यूनल से बड़ी राहत मिली है। आयकर अपीलीय प्राधिकरण (ITAT) ने फ्रीज को हटा दिया है। कांग्रेस की ओर से IT ट्रिब्यूनल में वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने पक्ष रखा और बताया कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है। आम चुनाव करीब है। पार्टी के अकाउंट फ्रीज होने से सारे काम प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के खाते डीफ्रीज किए जाएं। ट्रिब्यूनल ने शुरुआती राहत के तौर पर बुधवार तक कांग्रेस के बैंक खाते से फ्रीज हटा दिया है। ट्रिब्यूनल का कहना था कि सुनवाई होने तक कांग्रेस को अपने बैंक खाते पर लेन-देन करने की छूट है। हालांकि, आयकर विभाग को अमाउंट से संबंधित जानकारी देनी होगी। फिलहाल, ट्रिब्यूनल की सुनवाई के बाद ही साफ हो सकेगा कि कांग्रेस को 210 करोड़ की पैनल्टी देनी होगी या नहीं।

आयकर विभाग ने खाते से कर ली रिकवरी?

वर्तमान में कांग्रेस के विभिन्न बैंक खातों से पैसे निकालकर 115 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। 16 फरवरी 2024 को ITAT के समक्ष अर्जी में आयकर विभाग ने सूचित किया है कि पैसे निकालने से वसूली की गई है, जो खातों से वसूली का एक नियमित उपाय है। खातों का संचालन या गतिविधि बंद नहीं की गई है, इसके अलावा INC के पास अपनी गतिविधियों के लिए कई और खाते हैं। अब सुनवाई 21 फरवरी 2024 तय की गई है।

Back to top button