
जम्मू की जेलों पर आतंकवादी हमले का खतरा; पुंछ में मिला आतंकी ठिकाना…
Kashmir Pahalgam Attack: सुरक्षा बलों को पुंछ में आतंकी ठिकाने से 5 IED, वायरलेस सेट बरामद किए हैं। बरामदगी के बाद जम्मू की जेलों पर हमले का अलर्ट है।
Kashmir Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच के बीच जम्मू और कश्मीर में फिर आतंकी साजिश का खतरा मंडरा रहा है। खबरें हैं कि केंद्र शासित प्रदेश की जेलों पर हमले की खुफिया जानकारी है। इधर, पुंछ में भी सुरक्षाबलों को आतंकियों का ठिकाना मिला है, जहां से टिफिन में IED बरामद हुए हैं। फिलहाल, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि इनमें से कुछ जेलों में बड़े आतंकवादी भी सजा काट रहे हैं। 22 अप्रैल को हुए अटैक के बाद से ही सेना अलर्ट मोड पर है और हमलावरों की तलाश जारी है।
जम्मू की जेलों पर हमले का अलर्ट
विस्फोटक सामान बरामद होने के बाद श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू की कोट बलवाल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, जेलों में आतंकी हमला हो सकता है। इन जेलों में कई हाई प्रोफाइल आतंकी और ओजीडब्ल्यू कैद हैं। इंटेलिजेंस अलर्ट के बाद यह कदम उठाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि खुफिया जानकारी के अनुसार, श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू के कोट भलवाल जैसी जेलों में आतंकी हमला हो सकता है. इन जेलों में कई हाई प्रोफाइल आतंकी और ओजीडब्ल्यू कैद हैं.
आतंकवादी छिपे होने की आशंका
सूत्रों के अनुसार, NIA सूत्रों ने पहले दावा किया था कि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकी दक्षिण कश्मीर में छिपे हुए हैं और सक्रिय हैं। सूत्रों का कहना है कि इस बात की भरोसेमंद जानकारी है कि क्षेत्र में और भी आतंकवादी छिपे हो सकते हैं। उनका कहना है कि शक जताया जा रहा है कि बैसरन में हुए हमले के दौरान और भी आतंकवादी दूरी पर मौजूद थे और संभावित रूप से आतंकियों को कवर फायर देकर बचाने की कोशिश कर सकते थे।
सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम का उल्लंघन किया जा रहा है। पहलगाम हमले के बाद बीती रात पाकिस्तान ने लगातार 11वें दिन संघर्षविराम का उल्लंघन किया। सेना से मिली जानकारी के अनुसार 04-05 मई 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सेना ने तुरंत और उचित जवाब दिया।