
UP में पुलिस भर्ती का नया कीर्तिमान, योगी सरकार रविवार को 60,244 नियुक्ति पत्र सौंपेगी
UP Constable 2025: योगी सरकार रविवार को यूपी पुलिस विभाग की सबसे बड़ी आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती के लिए 60,244 नियुक्ति पत्र वितरित करेगी। योगी सरकार की ओर से आयोजित आरक्षी पुलिस नियुक्ति पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा वितरित किया जाएगा।
UP Constable 2025: योगी सरकार द्वारा प्रदेश के इतिहास में पहली बार पुलिस विभाग में इतने बड़े पैमाने पर आरक्षी सिपाही भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया गया। इतना ही नहीं योगी सरकार सकुशल भर्ती प्रक्रिया संपन्न कराने, हाईटेक ट्रेनिंग देने के साथ रिकॉर्ड समय में ज्वाइनिंग देकर नया कीर्तिमान रचने जा रही है। इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
12,048 महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में पुलिस बल को सशक्त और आधुनिक बनाने के उद्देश्य से 60,244 आरक्षियों की सीधी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। देश की अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया को अभूतपूर्व तकनीकी नवाचारों और पारदर्शिता के साथ संपन्न किया गया, जिसकी प्रशंसा न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में हो रही है। आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती-2023 के तहत 48,196 पुरुष और 12,048 महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ। यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने संचालित की। इस परीक्षा के लिए कुल 48.17 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 15.49 लाख महिलाएं थीं।
योगी सरकार ने की भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता
इतने विशाल स्तर पर परीक्षा आयोजित करना शासन और भर्ती बोर्ड दोनों के लिए बड़ी चुनौती थी, जिसे अत्याधुनिक तकनीक और सख्त निगरानी से सफलतापूर्वक पूरा किया गया। योगी सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई नवाचार किए। परीक्षा केंद्रों का चयन नगर क्षेत्र के सरकारी या सहायता प्राप्त विद्यालयों तक सीमित रखा गया और पूर्व में संदिग्ध पाए गए केंद्रों को पूरी तरह बाहर रखा गया। प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए डबल लॉक स्ट्रॉंग रूम, चौबीस घंटे सीसीटीवी निगरानी, बायोमेट्रिक सत्यापन, फेशियल रिकॉग्निशन और रियल टाइम आधार सत्यापन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया।
परीक्षा परिणाम रिकॉर्ड समय में जारी
इसके अलावा परीक्षा के संचालन में किसी भी निजी व्यक्ति को शामिल नहीं किया गया और केवल राजपत्रित अधिकारियों को ही तैनात किया गया। योगी सरकार ने लिखित परीक्षा पांच दिनों में 10 शिफ्टों में संपन्न कराई और ओएमआर शीट्स की स्कैनिंग सीसीटीवी निगरानी में की गई। परीक्षा परिणाम रिकॉर्ड समय में जारी करते हुए 1.74 लाख अभ्यर्थियों को अगले चरण के लिए योग्य घोषित किया गया। दस्तावेज सत्यापन और दौड़ को प्रदेश के 75 जिलों और 12 पीएसी बटालियनों में सख्त निगरानी और आरएफआईडी तकनीक के माध्यम से पूर्ण किया गया। इसके बाद कुल 60,244 अभ्यर्थियों की चयन सूची 13 मार्च को जारी की गई।
हर जिले के युवाओं को अवसर
भर्ती प्रक्रिया ने प्रदेश के हर जिले के युवाओं को अवसर प्रदान किया। सबसे अधिक अभ्यर्थी आगरा (2,349) से चयनित हुए, जबकि सबसे कम श्रावस्ती (25) से सेलेक्ट हुए। वहीं, अन्य राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि से भी 1,145 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। सामाजिक विविधता को ध्यान में रखते हुए सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी, एससी और एसटी वर्गों के अभ्यर्थियों को प्रतिनिधित्व मिला।
योगी सरकार ने आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती के अभ्यर्थियों के सिर्फ चयन ही नहीं, बल्कि प्रशिक्षण व्यवस्था को भी दुरुस्त किया है। सभी अभ्यर्थियों को हाईटेक ट्रेनिंग दी जा रही है और प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता भी बढ़ाई गई है, जिससे गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित हो सके। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित यह भर्ती न केवल तकनीकी श्रेष्ठता और प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण बनी है, बल्कि यह युवाओं के सपनों को साकार करने वाली पहल के रूप में भी याद की जाएगी। योगी सरकार की यह पहल ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प को सच्चे अर्थों में चरितार्थ करती है
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