संभल विवाद से जुड़ी याचिका पर SC में सुनवाई आज…
Sambhal News: सुप्रीम कोर्ट संभल जिला अदालत के 19 नवंबर के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा। आज संभल में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।
Sambhal News: सुप्रीम कोर्ट संभल जिला अदालत के 19 नवंबर के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा, जिसमें संभल में मुगलकालीन मस्जिद का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया था। संभल में जुमे की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। जिला मजिस्ट्रेट ने पुलिस अधिकारियों के साथ तकरीबन 70 मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। इनमें सभी डिप्टी कलेक्टर एसडीएम के अलावा ग्राम्य विकास विभाग से मुख्य विकास अधिकारी जिला विकास अधिकारी परियोजना निदेशक डीआरडीए डीपीआरओ और सभी खंड विकास अधिकारियों को लगाया गया है।
चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में होगी सुनवाई
शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई 29 नवंबर की वाद सूची के अनुसार, चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ उत्तर प्रदेश के संभल स्थित शाही जामा मस्जिद की प्रबंधन समिति द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करने वाली है। याचिका में सिविल जज द्वारा पारित 19 नवंबर के आदेश के क्रियान्वयन पर एकपक्षीय रोक लगाने की मांग की गई है।
जामा मस्जिद से पहले था हरिहर मंदिर?
संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किए गए सर्वेक्षण के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया, उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था। शीर्ष कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि ऐसे आदेशों से सांप्रदायिक भावनाएं भड़कने, कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होने और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
क्या है पूरा मामला?
19 नवंबर को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) कोर्ट में मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था। कोर्ट ने उसी दिन सर्वे का आदेश दिया और वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया था। उसी दिन शाम को मस्जिद में वीडियोग्राफी कराई गई थी। इसके बाद एडवोकेट कमिश्नर ने रविवार को दूसरे चरण की वीडियोग्राफी कराई। इसी दौरान बवाल हो गया था। इसमें पथराव और फायरिंग में चार लोगों की मृत्यु हो गई थी। कई पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ सिपाही घायल हुए थे। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।