Nitin Gadkari News: नितिन गडकरी के बेबाक बयान, विचारधारा में गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं..

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नेताओं के बीच विचारधारा में गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा है कि जो अच्छा काम करता है, उसे कभी सम्मान नहीं मिलता है। यही नहीं, उन्होंने अवसरवादी नेताओं के सत्तारूढ़ दल से जुड़ने को लेकर भी चिंता जताई है।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि अवसरवादी नेताओं के सत्तारूढ़ दल से जुड़ना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कुछ नेता जरूर हैं जो अपनी विचारधारा के साथ मजबूती से खड़े हैं लेकिन ऐसे नेताओं की संख्या में कमी आ रही है।

मीडिया के एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘मैं हमेशा मजाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती.’’

विचारधारा पर क्या बोले नितिन गडकरी?

नागपुर से लोकसभा सांसद नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘हमारी बहसों और चर्चाओं में मतभेद हमारी समस्या नहीं है. हमारी समस्या विचारों की कमी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोग भी हैं जो अपनी विचारधारा के आधार पर दृढ़ विश्वास के साथ खड़े हैं लेकिन इस तरह के लोगों की संख्या घट रही है. और विचारधारा में गिरावट, जो हो रही है, लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.’’

गडकरी ने कहा, ‘‘न तो दक्षिणपंथी और न ही वामपंथी, हम जाने-माने अवसरवादी हैं, कुछ लोग ऐसा लिखते हैं. और सभी सत्तारूढ़ दल से जुड़े रहना चाहते हैं.

गडकरी ने की लालू यादव की प्रशंसा
गडकरी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की वक्तृत्व कला की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के “व्यवहार, सादगी और व्यक्तित्व” से भी बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, अटल बिहारी वाजपेयी के बाद मैं जिस व्यक्ति से सबसे ज्यादा प्रभावित था, वह जॉर्ज फर्नांडिस थे।

गडकरी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की भी प्रशंसा की, जिन्हें हाल ही में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और कहा कि ऐसे लोगों ने देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाया है।

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद, उन्होंने (ठाकुर) ऑटो-रिक्शा में यात्रा की और उनकी स्थिति बहुत सामान्य थी। उन्होंने सुझाव दिया कि राजनीतिक नेताओं को ऐसे लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा, आज मुझे लगता है कि इतने लंबे समय के बाद हमारा लोकतंत्र बहुत मजबूत होने जा रहा है… हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम संसद की गरिमा और सम्मान बढ़ाएं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि राजनीति में नेता दल बदलते रहते हैं। उन्होंने कहा, यह पता नहीं है कि कौन सा सांसद कब किस पार्टी में जाएगा।

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