Noida Crime: ग्रेटर नोएडा कारोबारी के बेटे की हत्या, 6 करोड़ की फिरौती के लिए दोस्तों ने दिया अंजाम

ग्रेटर नोएडा के एक नामी यूनिवर्सिटी में बीबीए के छात्र यश मित्तल की गुमशुदगी मामले का खुलासा हो गया है. पुलिस ने अमरोहा के जंगल से यश मित्तल के शव को बरामद किया है. उसके ही चार दोस्तों ने की यश मित्तल की हत्या.

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

Yash Mittal Murder Case: ग्रेटर नोएडा के एक नामी यूनिवर्सिटी के बीबीए के छात्र यश मित्तल की गुमशुदगी की जांच कर रही कोतवाली दादरी पुलिस और स्वाट टीम ने सनसनीखेज खुलासा किया है. जांच के दौरान गुमशुदा छात्र के एक दोस्त को गिरफ्तार किया गया. जिसने बताया कि उसने अन्य साथियों के साथ मिल कर छात्र यश मित्तल की हत्या कर शव तिगरिया अमरोहा के जंगल में गाढ़ दिया. पुलिस शव को बरामद कर पोस्टमार्टम भेज दिया. इसके बाद पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को दादरी में हुए मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया. अभी एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.

यह तस्वीर है यश मित्तल की जो ग्रेटर नोएडा की एक नामी यूनिवर्सिटी में बीबीए का छात्र है. यश 26 फरवरी की रात से ही अपने हॉस्टल से गायब था. यश के पिता दीपक मित्तल की इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान है. उन्होने अपने बेटे की गायब होने की गुमशुदगी दादरी थाने में लिखवाई थी. इसी बीच उनके फोन पर यश के फोन से बेटे को छोड़ने की एवज में 6 करोड़ की फिरौती की मांग की की गई. इसकी तहरीर प्रदीप मित्तल द्वारा दादरी थाने में दी गई. डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमों का गठन कर जनपद गजरौला में ऑपरेशन चला कर सर्विलांस की मदद से यश के दोस्त रचित को पकड़ा गया और उसकी निशानदेही पर यश का शव तिगरिया अमरोहा के जंगल से बरामद किया गया.

पार्टी के बाद गला दबाकर हुई हत्या
डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि पुछताछ के दौरान रचित ने बताया कि 26 फरवरी को यश मित्तल को फोन करके पार्टी करने के लिए यूनिवर्सिटी में बुलाया गया था. यश मित्तल अपने साथी रचित, शिवम, सुशांत, और शुभम चौधरी के साथ मिलकर तिगरिया अमरोहा के जंगल में बैठकर पार्टी की गई थी. पार्टी के दौरान यश मित्तल की किसी बात को लेकर उसके साथियों के साथ विवाद हो गया. और उन लोगों यश मित्तल की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को 5 से 6 फीट गड्ढा खोदकर गाढ़ दिया. इस मामले में गजरौला पुलिस द्वारा पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.

दादरी मुठभेड़ के बाद हुई गिरफ्तारी
डीसीपी ने बताया कि हत्या करने के बाद पुलिस और परिवार को गुमराह करने के लिए आरोपी अपहरण संबंधित मैसेज मृतक के मोबाइल से भेज रहे थे. पुलिस जब इस वारदात में शामिल आरोपियो कि तलाश कर रही थी, उसी दौरान उनके दादरी में होने की सूचना मिली, पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को दादरी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया, अभी एक आरोपी शुभम चौधरी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.

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