उप्र: अब नहीं होगी ऑक्सीजन की किल्लत, जिलों में लगाए जाएंगे छोटे ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने और दूसरे शहरों के बड़े ऑक्सीजन प्लांट पर निर्भरता को समाप्त करने के लिए प्रत्येक जिले में छोटे ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी के निर्देशानुसार लखनऊ से इसकी शुरुआत की जा चुकी है। सीएम के इस बड़े फैसले से अब ऑक्सीजन के लिए दूसरे शहरों में स्थित बड़े प्लांटों पर निर्भरता जल्द ही खत्म होगी।
अब प्रत्येक अस्पताल में छोटे ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए जाएंगे। ये ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे। ऐसे में आने वाले समय में मरीज बढ़ने पर अस्पताल के प्लांट सभी को ऑक्सीजन सप्लाई देने में सक्षम होंगे।
अब नहीं होगा ऑक्सीजन का संकट
लखनऊ में निर्बाध ऑक्सीजन की सप्लाई के लिये 9 करोड़ 64 लाख 20 हज़ार रुपये के सप्लाई ऑर्डर किए गए हैं। इनमें ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन जनरेटर, ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के लिए विभिन्न कंपनियों को आदेश दिया गया है कि तुरंत ऑर्डर की सप्लाई करें।
कोविड अस्पतालों के लिए भी ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था कराई जा रही है। इससे अस्पतालों की बाहर से आने वाली ऑक्सीजन पर निर्भरता न्यूनतम रह जाएगी।
अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए बेड बढ़ाए जा सकेंगे। साथ ही मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने पर भी ऑक्सीजन का संकट नहीं होगा।
सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों और कोविड अस्पतालों को मिली राहत
200 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर जिनकी क्षमता 10 लीटर प्रति मिनट होगी। ये सभी सामुदायिक स्वास्थ् केन्द्रों और कोविड अस्पतालों में लगाए जा रहे हैं।
21 ऑक्सीजन जनरेटर, 45 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले 20 ऑक्सीजन जनरेटर, 50 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला एक ऑक्सीजन जनरेटर मंगवाया जा रहा है।
इसके साथ ही आठ ऑक्सीजन प्लांट खरीदे जा रहे हैं जिनमें तीन अधिक क्षमता वाले होंगे। इनको बड़े कोविड अस्पतालों में लगाया जाएगा।
इन अस्पतालों में लगेंगे ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट
राजधानी लखनऊ में नौ एनएम के पांच ऑक्सीजन प्लांट मोहनलालगंज, चिनहट, मलिहाबाद और गुडम्बा सीएचसी पर लगाए जाएंगे। इसके अलावा झलकारी बाई अस्पताल में भी लगाया जाएगा।
30 एनएम के तीन ऑक्सीजन प्लांट ठाकुरगंज टीबी अस्पताल, रानी लक्ष्मी बाई और राम सागर मिश्र अस्पताल में लगाए जाएंगे।
45 लीटर प्रति मिनट क्षमता के 20 ऑक्सीजन जनरेटर जिले के 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और झलकारी बाई अस्पताल में लगेंगे। इसके अलावा 50 लीटर प्रति मिनट क्षमता का प्लांट सिविल अस्पताल में लगाया जाएगा।