Israel Hamas Conflict: इजरायल में फंसे 18 हजार भारतीय सुरक्षित लौटेंगे, सरकार ने ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च किया

इजराइल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है। ऐसे में कई देशों के साथ ही भारतीय नागरिक भी वहां फंसे हुए हैं। भारत अपने नागरिकों की घर वापसी के लिए मोदी सरकार ने ‘ऑपरेशन अजय’ चलाया है। इजरायल में रहने वाले करीब 230 भारतीय गुरुवार रात 9 बजे की उड़ान से ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर भारत के लिए रवाना होंगे.

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इजरायल में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च किया है. बुधवार को इस ऑपरेशन की शुरुआत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की है. सरकार ने उन भारतीयों की इजराइल से वापसी की सुविधा के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया है, जो घर वापस आना चाहते हैं. गुरुवार को इजरायल से पहला विमान भारतीयों को लेकर उड़ान भरेगा. सरकार इन यात्रियों से कोई किराया भी नहीं ले रही है.

बता दें कि पांच दिन पहले हमास के लड़ाकों ने इजरायल में अचानक घुसपैठ कर दी थी और वहां शहरों पर सिलसिलेवार हमले किए हैं, जिससे तनाव बढ़ गया है. इजरायल ने युद्ध की घोषणा कर दी है और गाजा पट्टी पर बमों की बारिश कर दी है. इजरायली जवाबी कार्रवाई में करीब 2,150 लोग मारे गए हैं. जबकि इजरायल में 155 सैनिकों समेत 1300 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. जबकि फिलिस्तीनी पक्ष ने गाजा में मरने वालों की संख्या 950 बताई है.

इस बीच, भारत ने पहले अपने नागरिकों को लेकर गाइडलाइन जारी की. उसके बाद बुधवार रात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने की घोषणा की. उन्होंने कहा, इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा, विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

‘इजरायल में भारत के 18 हजार लोग’

जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद इजरायल में भारतीय दूतावास ने कहा, हमने गुरुवार को विशेष उड़ान से आने वाले भारतीय नागरिकों की पहली खेप की सूची ई-मेल कर दी है. अन्य लोगों के बारे में जल्द ही अगली उड़ानों के लिए सूची भेजे जाएंगे. अनुमान के मुताबिक, इस समय इजरायल में करीब 18,000 भारतीय रह रहे हैं.

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‘भारत ने जारी की हेल्पलाइन’

बुधवार को एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ पश्चिम एशिया में ‘संकट’ पर चर्चा की. विदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, आज शाम यूएई के विदेश मंत्री एबी जायद से बात की. पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की. दिन में विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने इजरायल और फिलिस्तीन की स्थिति पर नजर रखने और जानकारी-मदद के लिए दिल्ली में 24 घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापति किया है.

इसके अलावा तेल अवीव और रामल्ला में अलग इमरजेंसी हेल्पलाइन जारी है. दिल्ली में नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 हैं. ई-मेल आईडी situationroom@mea.gov.in है.

वहीं, इजराइल में भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया. इसमें कहा गया है, इजरायल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया जाता है.

इजरायल का गाजा पर जवाबी हमला लगातार जारी है. जबकि गाजा से होने वाले रॉकेट हमलों में कमी आई है. बुधवार रात 10 बजे से गुरुवार सुबह 9 बजे के बीच इजराइल पर कोई रॉकेट नहीं दागा गया था. कुछ विश्लेषकों का कहना है कि हमास अंतिम जमीनी घुसपैठ के लिए अपना भंडार जमा कर रहा है. इजरायल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने कहा, दूतावास से किसी भी अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें. 

दरअसल, भारतीयों के लिए इजरायल भी आकर्षक देश रहा है. वहां उन्हें अच्छा वेतन मिलने के अलावा मुफ्त भोजन, आवास और स्वास्थ्य देखभाल भी मिलती है. करीब 1000 भारतीय छात्र इजरायल में पढ़ रहे हैं. वे इजरायल के विभिन्न संस्थानों और विश्वविद्यालयों में पढ़ते हैं. उनमें से अधिकांश डॉक्टरेट और पोस्ट-डॉक्टरेट की स्टडी करते हैं. इजरायल में भारतीय मूल के करीब 85,000 यहूदी हैं.

‘पीएम ने भी किया था भारतीय नागरिकों को संबोधित’

दूतावास इजरायल में भारतीय यहूदियों के राष्ट्रीय सम्मेलन की सुविधा देता है. जुलाई 2017 में तेल अवीव की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने इजरायल में काम करने वाले लगभग 8000 पीआईओ और भारतीय नागरिकों को संबोधित किया था. अक्टूबर 2021 में अपनी इजरायल यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय मूल के समुदाय के साथ बातचीत की थी. इजराइल में भारतीय आईटी कंपनियां भी हैं. आईटी प्रमुख विप्रो के इजरायल में करीब 80 कर्मचारी हैं. ये सभी इजरायली नागरिक हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में लगभग 250 कर्मचारी हैं, जिनमें ज्यादातर स्थानीय लोग हैं. 

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