
Operation Sindoor: 100 किमी अंदर तक भारत ने मारे आतंकी, बिलबिला गया हाफिज…
Operation Sindoor: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पहलगाम आतंकी हमले का बदला भारत ने ले लिया है. इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान की सीमा के अंदर पड़ने वाले 9 ठिकानों पर निशाना साधा.
Operation Sindoor: सूत्रों ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना के हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया.
पहलगाम आतंकी हमले के 16वें दिन भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए इस हमले का जोरदार अंदाज में जवाब दे दिया है. साथ ही भारत ने अपने ऑपरेशन को लेकर बुधवार तड़के अमेरिका, रूस और ब्रिटेन समेत सहित कई प्रमुख देशों को जानकारी भी दे दी है. भारत ने अपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए पाकिस्तान के 100 किलोमीटर के दायरे में आतंकियों के 9 ठिकानों पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया. आखिर भारत ने इन ठिकानों को ही क्यों चुना.
भारत के एक्शन को लेकर सूत्रों को कहना है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान अधिकृत तश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में 9 अलग-अलग स्थानों पर स्थित करीब एक दर्जन आतंकी ठिकानों पर हमला किया. यह लक्ष्य पाकिस्तान की सीमा से 100 किमी के अंदर तक थे. सूत्रों का कहना है कि हमले से पहले एक दर्जन आतंकी ठिकानों की पहचान की गई, उन्हें ट्रैक किया गया फिर उन पर हमला कर नष्ट कर दिया गया.
भारतीय वायुसेना ने आज बुधवार तड़के पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया. भारतीय सशस्त्र बलों ने इन आतंकी कैंपों को चिन्हित कर निशाना बनाया जो भारत पर कई हमलों के पीछे के दोषी थे. सूत्रों ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना के हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया.
सेना की ओर से नौवां और आखिरी ठिकाना पाकिस्तान की सीमा में पड़ने वाला महमूना कैंप भी रहा जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी अंदर है. यह सियालकोट के पास है और इसे हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण केंद्र कहा जाता है.
जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय तबाह
भारत की ओर से जिन आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया गया है, उसमें जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी शामिल है. इसके अलावा लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के कैंप को भी तबाह कर दिया गया है. सबसे बड़ा हमला बहावलपुर में किया गया जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 100 किमी अंदर स्थित है और यहां पर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय है. अब इसे निपटा दिया गया है.