PAK PM शाहबाज बोले- पड़ोसी ने जबरदस्त डेपलपमेंट किया है और अब हम रेस में कहीं नहीं हैं
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा है कि उनकी सरकार का टेन्योर 14 अगस्त को खत्म हो जाएगा और इलेक्शन अक्टूबर या नवंबर तक हो जाएंगे। शरीफ के मुताबिक- जनरल इलेक्शन की तारीखों का फैसला इलेक्शन कमीशन को करना है।

नेशनल कैपिटल में एक प्रोग्राम के दौरान शाहबाज ने भारत का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उसकी तारीफ की। कहा- अब इस बात में कोई शक नहीं है कि हमारा पड़ोसी हमसे बहुत आगे निकल चुका है और हम उसके साथ किसी रेस में नहीं हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ही नहीं, बल्कि सत्ताधारी गठबंधन PDM के दल भी जनरल इलेक्शन की तारीख बताने की मांग कर रहे हैं। अब प्रधानमंत्री के बयान के बाद यह तय नजर आ रहा है कि इलेक्शन वक्त पर ही होंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का आरोप है कि शाहबाज किसी न किसी तरीके से इलेक्शन अगले साल यानी 2024 तक टालना चाहते हैं और इस साजिश में फौज उनके साथ हैं। खान का यह भी आरोप है कि उनकी लोकप्रियता से सरकार और फौज दोनों डरते हैं, इसलिए वो पहले उन्हें (इमरान खान) को जेल भेजना चाहते हैं और उसके बाद चुनाव कराएंगे और इसमें भी फर्जी वोटिंग होगी।
अब शाहबाज ने साफ कर दिया है कि इलेक्शन वक्त पर ही होंगे। संविधान के मुताबिक- केंद्र सरकार का टेन्योर खत्म होने के बाद 90 दिन में इलेक्शन प्रोसेस पूरा होना चाहिए और नई सरकार बननी चाहिए।
शाहबाज ने बुधवार को जो बातें की हैं, वो संविधान के मुताबिक ही हैं। अगर 14 अगस्त को संसद भंग की जाती है तो इसके बाद केयर टेकर सरकार आएगी और वो इलेक्शन कमीशन के साथ मिलकर चुनाव कराएगी। हालांकि, केयर टेकर सरकार प्रेसिडेंट की मंजूरी से कुछ वक्त के लिए इलेक्शन टाल भी सकती है। इसके लिए कुछ स्पेशल रूल्स और कंडीशन हैं।
पिछले महीने शाहबाज के बड़े भाई नवाज शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और खुद शाहबाज के अलावा कई नेताओं ने दुबई में कई दिनों तक मुल्क की सियासत और इकोनॉमी पर कई दिन चर्चा की थी। इसी दौरान इलेक्शन का मुद्दा भी उठा।
सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) के चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान इलेक्शन की तारीख न बताए जाने को लेकर खुलेआम नाराजगी जाहिर कर चुके थे। इसके बाद बुधवार को ही शाहबाज शरीफ ने मौलाना से मुलाकात की और कुछ देर बाद तमाम कयास खत्म करते हुए सरकार के आखिरी दिन और इलेक्शन के बारे में खुलासा कर दिया।
शाहबाज ने बुधवार के भाषण में भारत का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उसकी खुलकर तारीफ की। शाहबाज ने कहा- पाकिस्तान के लिए बतौर मुल्क बेहद अफसोस की बात है कि हमारे पड़ोसी ने जबरदस्त डेपलपमेंट किया है और अब हम इस रेस में कहीं नहीं हैं। मैं चाहता हूं कि मुल्क में अगली हुकूमत चाहे जिस पार्टी या अलायंस की आए, उसकी तवज्जो सबसे पहले एजुकेशन होना चाहिए।
पिछले साल अप्रैल में सत्ता संभालने वाले शाहबाज ने आगे कहा- सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद जापान और जर्मनी की मिसाल हमारे सामने हैं। मुश्किलों से उबरकर उन्हें जबरदस्त डेवलपमेंट किया। हम भी ऐसा कर सकते हैं। आज हम चीन की शुक्रगुजार हैं। उसने 5 अरब डॉलर का लोन रोल ओवर किया। सऊदी अरब ने इसी हफ्ते 2 अरब डॉलर दिए और अब यूएई से भी 1 अरब डॉलर आने वाले हैं। हमारे दोस्तों ने जरूरत के वक्त मदद की।
