PM मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे तक ध्यानमग्न, सूर्य को अर्घ्य देकर की पूजा की शुरुआत
PM Modi: देश में सातवें और आखिरी चरण के लोकसभा चुनाव की वोटिंग एक जून को होगी। इस चरण के मतदान की प्रचार अवधि खत्म होने के बाद पीएम मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए। अब वहां समंदर में बनी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे यानी एक जून की शाम तक ध्यानमग्न रहेंगे। आज उनके ध्यान का दूसरा दिन है। पीएम मोदी के ध्यान की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम से अपने दो दिन के कन्याकुमारी दौरे पर हैं. इस दौरान वह यहां ध्यान लगाएंगे और पूजा-अर्चना भी करेंगे. पीएम मोदी ने अपने आध्यात्मिक प्रवास के दौरान शुक्रवार सुबह की शुरुआत सूर्य नमस्कार से की.हिंदू धर्म में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है, जिसमें जल से अर्घ्य देना महत्वपूर्ण माना जाता है. छठ पर्व में उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इसके अलावा आप ने अपने आस-पास भी किस न किसी को सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए देखा होगा. आखिर सूर्य देव को अर्घ्य देने से क्या लाभ होता है?
क्यों देते हैं सूर्य को अर्घ्य?
सनातन धर्म में सूर्य देव को साक्षात् देव माना जाता है, वहीं ज्योतिषशास्त्र में सूर्य ग्रहों के राजा हैं. सूर्य को दुनिया की आत्मा कहा गया है. उसके बिना जीवन संभव नहीं माना जाता है. इस समय ज्येष्ठ माह में सूर्य रवि नाम के और रोहिणी नक्षत्र में हैं. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य प्रभावी यानी मजबूत स्थिति में होता है, वे लोग राजा के समान जीवन व्यतीत करते हैं या बहुत बड़े पद पर होते हैं. जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है या सूर्य दोष होता है, उन पर उसका अशुभ प्रभाव पड़ता है. उस दोष को दूर करने और सूर्य के शुभ प्रभाव की प्राप्ति के लिए अर्घ्य दिया जाता है.
पारंपरिक पोशाक में दिखे पीएम
पीएम मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री धोती पहने दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक में दिखे। उन्होंने ऑफ-व्हाइट रंग का शॉल ओढ़ रखा था। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद भगवती अम्मन मंदिर में प्रार्थना और पूजा-अर्चना की।
45 घंटे तक ध्यान लगाएंगे पीएम मोदी
लोकसभा चुनाव 2024 में आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होना है। इसका चुनाव प्रचार गुरुवार (30 मई) शाम खत्म हो चुका है। पीएम मोदी चुनाव प्रचार अभियान के समापन के बाद कन्याकुमारी पहुंचेंगे। कार्यक्रम के अनुसार वहां पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल जाएंगे। वह यहां 45 घंटे यानी 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे।
इस बीच उनकी 33 साल पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है, जब वह यहां पहुंचें थे। 1991 में बीजेपी ने कन्याकुमारी से ही एकता यात्रा की शुरुआत की थी। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के साथ पीएम मोदी भी वहां मौजूद थे।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
कन्याकुमारी पहुंचने वाले पर्यटकों और सभी वाहनों की सघन जांच की जा रही है। होटल और रिसॉर्ट में भी सुरक्षाकर्मी समय-समय पर जांच कर रहे हैं। पर्यटकों को विवेकानंद रॉक तक ले जाने वाली फेरी को भी गुरुवार सुबह 10 बजे बंद कर दिया गया। पीएम मोदी शनिवार के दिन कन्याकुमारी से निकलेंगे। इसके बाद ही यह सेवा दोबारा शुरू होगी।
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