PM मोदी का विपक्ष पर बड़ा हमला कहा हमें ‘ऑटो पायलट’ पर नहीं परिश्रम में विश्वास
Rajya Sabha Live: संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर विपक्षी दलों पर जुबानी हमला बोला। इससे पहले पीएम ने मंगलवार को लोकसभा में भाषण दिया था।
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान हमारे लिए कोई आर्टिकल का कंपाइलेशन मात्र नहीं है. हमारे लिए संविधान की स्पिरिट और इसके शब्द बहुत मूल्यवान है. किसी भी सरकार के लिए नीति-निर्धारण में संविधान दिशादर्शक का काम करता है. किसी भी स्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करने का काम करता है.
उन्होंने कहा कि मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे. मैं हैरान हूं कि जो आज संविधान की प्रति लेकर कूदते रहते हैं, उन लोगों ने इसका विरोध कर कहा था कि 26 जनवरी तो है.
राष्ट्रपति महोदया के भाषण में देशवासियों के लिए प्रेरणा
राष्ट्रपति महोदया का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया के भाषण में देशवासियों के लिए प्रेरणा भी थी, प्रोत्साहन भी था और एक प्रकार से सत्य मार्ग को पुरस्कृत भी किया गया था. पिछले दो-ढाई दिन में इस चर्चा में करीब 70 माननीय सांसदों ने अपने विचार रखे हैं. इस चर्चा को समृद्ध बनाने के लिए राष्ट्रपति महोदया के अभिभाषण को व्याख्यायित करने में आप सभी माननीय सांसदों ने जो योगदान दिया है, इसके लिए मैं आप सबका भी आभार व्यक्त करता हूं.
हमें ‘ऑटो पायलट’ पर नहीं परिश्रम में विश्वास हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इससे अपना मुंह फेर कर बैठे रहे, कुछ लोगों को समझ नहीं आया और जिनको समझ आया उन्होंने हो-हल्ला कर देश की जनता के इस महत्वपूर्ण निर्णय पर छाया करने की कोशिश की. लेकिन मैं पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर पराजय भी स्वीकार हो रही है और दबे मन से विजय भी स्वीकार हो रही है. कुछ लोगों को ‘ऑटो पायलट’ पर सरकार चलाने की आदत रही है, लेकिन हम परिश्रम में विश्वास रखते हैं. हम आने वाले सालों में विकास कार्यों की गति और विस्तार बढ़ाएंगे. हम पर एक-तिहाई सरकार होने का विपक्ष का आरोप सही है, क्योंकि अभी तो हमारी सरकार के 20 साल और होंगे और अब तक तो एक तिहाई ही हुआ है.
- अगले पांच साल बुनियादी सुविधाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने और गरीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए हैं। यह देश अगले पांच वर्षों में गरीबी के खिलाफ विजयी होगा। मैं यह पिछले 10 वर्षों के अनुभव के आधार पर कह रहा हूं। जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर होगा।
- मेरे देश की जनता ने हमारे प्रदर्शन को प्राथमिकता दी है। मेरे देश की जनता ने भ्रम की राजनीति को नकार दिया है। मेरे देश की जनता ने भरोसे की राजनीति पर जीत की मुहर लगा दी है।
- देश के लोगों द्वारा हमें तीसरी बार दिया गया यह अवसर ‘विकसित भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को साकार करने का है।
- मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। जब से नतीजे आए हैं, मैं एक साथी पर ध्यान दे रहा हूं, जिसे उसकी पार्टी का समर्थन नहीं था, लेकिन उसने अपनी पार्टी का झंडा अकेले थाम रखा था। उसने जो कहा, उसके लिए उनके मुंह में घी शक्कर।
- मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं? उसने बार-बार कहा एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सच क्या हो सकता है? हमने अब 10 साल पूरे कर लिए हैं और 20 और बाकी हैं। तो हमने 1/3 पूरा कर लिया है, 2/3 बाकी है। तो उसकी भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।
- 10 साल के बाद किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी हुई है और मैं जानता हूं कि भारत के लोकतंत्र में 6 दशक बाद हुई, ये घटना असामान्य घटना है।
- 10 सालों के सेवाभाव से किए कार्य को देश की जनता ने जी भरकर समर्थन दिया है। देश की जनता ने आशीर्वाद दिया है।
- स्वतंत्र भारत के इतिहास और संसदीय यात्रा में कई दशकों के बाद ऐसा हुआ है कि जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को जनादेश दिया है। 60 साल के बाद ऐसा हुआ है कि सरकार 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद वापस लौटी है।
- मैं समझता हूं कि यह कोई सामान्य बात नहीं है। कुछ लोगों ने जानबूझकर जनता द्वारा दिए गए इस फैसले को ब्लैकआउट करने की कोशिश की। कुछ लोगों को जनादेश समझ नहीं आया, वह जनादेश से मुंह फेर रहे हैं।
- हमें तीसरी बार देश की सेवा करने के लिए जनादेश मिला
- राष्ट्रपति ने अहम विषय उठाए, देश का मार्गदशर्न किया
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में क्या कहा?
पीएम ने कांग्रेस की हार को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को फर्जी जीत का जश्न मनाने की बजाय आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने राहुल के व्यवहार को संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा भी बताया। मोदी ने कहा कि इसे बालक बुद्धि मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
पीएम मोदी की स्पीच के बाद लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. इस दौरान विपक्ष वेल में आकर लगातार हंगामा करता रहा.संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी समेत विपक्ष के तमाम नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
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