Maharashtra Politics: मंत्रियों संग शरद पवार को मनाने पहुंचे अजित
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के ओल्ड चीफ शरद पवार को मनाने की जद्दोजहद जारी है. अजित पवार आज सभी मंत्रियों के साथ उन्हें एक बार फिर ‘मनाने’ के लिए पहुंचे. प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल भी साथ थे. बगावत के बाद पहली बार दोनों गुटों में खुलकर बातचीत हुई है. इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने अकेले शरद पवार से मुलाकात की थी. प्रफुल्ल पटेल ने बताया बुजुर्ग पवार ने सभी बातें सुनी लेकिन कुछ जवाब नहीं दिया. कहा कि उन्होंने पैर पकड़कर उनसे आशीर्वाद लिया.
महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट लगता है अभी थमा नहीं है. राज्य की राजनीति ऐसा लगता है कि फिर करवट बदल सकती है. प्रफुल्ल पटेल की अगुवाई में कई मंत्री आज मिलने पहुंचे.
सूत्रों के अनुसार बैठक में शामिल होने के लिए शरद पवार गुट से जुड़े जयंत पाटिल और जितेंद्र अव्हाड को भी बुलाया गया. जयंत पाटिल ने बताया कि सुप्रिया सुले ने उन्हें फोन करके बुलाया था. मीटिंग थोड़ी देर में खत्म हो गई. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि उन्होंने शपद पवार से अनुरोध किया कि एनसीपी युनाइटेड रहनी चाहिए. शरद पवार ने उनकी बातें तो सुनी लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि उन्हें खबर मिली की शरद पवार वाईबी चौहान सेंटर में हैं. बताया कि वह अजित पवार के बगलें पर थे. जैसे ही खबर मिली सभी लोग बिना पवार साहेब को सूचित किए हुए मिलने पहुंच गए. उन्हें प्रणाम करते हुए आशीर्वाद मांगे. पटेल ने कहा कि ‘हमने शरद पवार साहेब से अनुरोध किया है कि पार्टी एक साथ रहे इस पर वह विचार करें.’ इसके बाद पत्रकार उनसे अयोग्यता के बारे में पूछा लेकिन वह बिना जवाब दिए निकल गए.
नेता अजित पवार के लिए शिवसेना-बीजेपी ने त्याग किया
वित्त, सिंचाई, आवास, सहकारिता और लोक निर्माण जैसे मंत्रालयों की डिमांड की थी. अजित पवार गुट को कैबिनेट में शामिल ने करने के लिए शिव सेना और बीजेपी दोनों को ही त्याग करना पड़ा है. शिवसेना ने कृषि समेत तीन मंत्रालय खो दिए हैं और बीजेपी को वित्त विभाग का त्याग करना पड़ा है, जिसकी जिम्मेदारी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस संभाल रहे थे. एनसीपी कुल बगावती विधायकों में आठ को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.